Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

सोमवार को नवजोत सिंह सिद्धू करेंगे CM भगवंत मान से मुलाकात, इस मुद्दे पर होगी चर्चा

पंजाब कांग्रेस प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सूबे की उभरती हुई समस्याओं को लेकर काफी सक्रिय नजर आते है। सिद्धू और कांग्रेस आलाकमान में खींचतान का दौर जारी है।

07:58 PM May 08, 2022 IST | Desk Team

पंजाब कांग्रेस प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सूबे की उभरती हुई समस्याओं को लेकर काफी सक्रिय नजर आते है। सिद्धू और कांग्रेस आलाकमान में खींचतान का दौर जारी है।

पंजाब कांग्रेस प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सूबे की उभरती हुई समस्याओं को लेकर काफी सक्रिय नजर आते है। सिद्धू और कांग्रेस आलाकमान में खींचतान का दौर जारी है। ऐसे में वह सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात करेंगे। यहां पर आपको बता दें कि सोमवार को ही दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक है जिसमें ‘चिंतन शिविर’ के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा।  
Advertisement
सिद्धू ने ट्वीट कर दी जानकारी 
सिद्धू ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, पंजाब की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कल शाम 5:15 बजे चंडीगढ़ में सीएम भगवंत मान से मुलाकात करेंगे। पंजाब का विकास एक ईमानदार सामूहिक प्रयास से ही संभव है।  

प्रदेश प्रभारी कर रहे ये काम 
उधर, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने सिद्धु की शिकायत की है, जिसके बाद सिद्धू को अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अनुशासनात्मक समिति के सदस्यों के न होने के चलते अभी कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। चौधरी ने पार्टी लाइन के खिलाफ बोलने के लिए सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा है।  

सिद्धू से मांगा जाए स्पष्टीकरण 
पत्र में उन्होंने कहा, मैं इस पत्र के साथ सिद्धू की वर्तमान गतिविधियों के संबंध में श्री राजा वारिंग का विस्तृत नोट अग्रेषित कर रहा हूं। उन्होंने लिखा कि सिद्धू की हरकत अक्षम्य है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए और अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए। 
ज्ञात हो कि उदयपुर में पार्टी के ‘चिंतन शिविर’ के एजेंडे के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की सोमवार को बैठक हो रही है। यह सोनिया गांधी की अध्यक्षता के दौरान चौथा ऐसा शिविर होगा, जो पहले 1998, 2003 और 2013 में आयोजित किया गया था। केवल 2003 शिवर पार्टी के लिए फायदेमंद था जिसने 2004 में 10 वर्षों के लिए सत्ता हासिल करने में मदद की।
Advertisement
Next Article