NDA Bihar seat-sharing: एनडीए ने सीटों का बंटवारा किया फाइनल, जानें- किस पार्टी को मिली कितनी सीटें...
NDA Bihar seat-sharing: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए (NDA) ने सीटों के बंटवारे का औपचारिक ऐलान कर दिया है। लंबे मंथन और गहन चर्चा के बाद अब गठबंधन ने अपना फॉर्मूला तय कर लिया है। केंद्रीय मंत्री और बिहार के भाजपा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को इसकी घोषणा की।
NDA का सीट बंटवारा फॉर्मूला
धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि भाजपा (BJP) और जेडीयू (JDU) दोनों पार्टियां 101-101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगी। वहीं, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) यानी LJP(R) को 29 सीटें दी गई हैं।
इसके अलावा, जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को 6-6 सीटें मिली हैं।
NDA Bihar seat-sharing पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा —
“NDA के सभी सहयोगियों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में सीटों के बंटवारे की प्रक्रिया पूरी की है। सभी दल बिहार में एक और NDA सरकार के लिए तैयार हैं।”
कुशवाहा और मांझी को मिली सीटें
सूत्रों के अनुसार, उपेंद्र कुशवाहा को जिन 6 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला है, वे हैं — उजियारपुर, मधुबनी, सासाराम, दिनारा, महुआ और बाजपट्टी।
वहीं जीतनराम मांझी की पार्टी HAM को टेकारी, कुटुंबा, अतरी, इमामगंज, सिकंदरा और बराचट्टी सीटें दी गई हैं।
चिराग पासवान की पसंदीदा सीटें मिलीं
लंबी बातचीत और खींचतान के बाद चिराग पासवान अपनी पसंदीदा 3 सीटें – हिसुआ, गोविंदगंज और ब्रह्मपुर — अपने खाते में लाने में सफल रहे।
पहले वे 40 सीटों की मांग पर अड़े थे, लेकिन आखिरकार 29 सीटों पर सहमति बन गई।
NDA Bihar seat-sharing पर मांझी ने जताई नाराजगी, फिर भी फैसले को स्वीकारा
सीट बंटवारे से पहले मांझी ने सोशल मीडिया पर कहा था कि वे “आखिरी सांस तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं।”
हालांकि, सीटों के ऐलान के बाद उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी को “कम आंका गया है”, जिससे NDA पर असर पड़ सकता है। फिर भी उन्होंने भाजपा के फैसले को स्वीकार करने की बात कही।
चिराग 40 से घटकर 29 सीटों पर राजी
एनडीए के भीतर सीट बंटवारे पर कई दिनों तक चली सौदेबाजी के बाद बीजेपी ने आखिरकार सभी सहयोगियों को साथ रखने में सफलता पाई।
चिराग पासवान, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा तीनों ने अपनी मांगों को लेकर कड़ा रुख दिखाया था, लेकिन बातचीत के बाद सभी दलों ने सहमति जताई।
महागठबंधन में अब भी जारी है बातचीत
दूसरी ओर, विपक्षी महागठबंधन (RJD-Congress गठबंधन) में सीट बंटवारे पर बातचीत अभी जारी है।
सूत्रों के अनुसार, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव फिलहाल दिल्ली में हैं, और सोमवार को कांग्रेस नेतृत्व के साथ बैठक तय है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा —
“हमें कुछ नए सहयोगियों को साथ लेना है, इसलिए सीट बंटवारे में थोड़ा समय लग रहा है। अगले दो-तीन दिनों में फैसला हो जाएगा।”
पिछले विधानसभा चुनाव (2020) में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 19 सीटें जीती थीं, जबकि आरजेडी ने 144 सीटों पर लड़कर 75 सीटें हासिल की थीं।
पिछले चुनाव की झलक (2020)
2020 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू ने 115 सीटों, जबकि बीजेपी ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
HAM ने 7 और VIP ने 11 सीटों पर मुकाबला किया था।
चिराग पासवान की पार्टी ने उस वक्त जेडीयू से मतभेद के कारण स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था।
नतीजे में NDA ने 125 सीटें जीतीं, जबकि महागठबंधन को 110 सीटों से संतोष करना पड़ा।
20 साल बाद BJP-जेडीयू बराबर सीटों पर लड़ेंगी
दिलचस्प बात यह है कि 2005 के बाद पहली बार ऐसा होगा जब जेडीयू और बीजेपी बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।
नीतीश कुमार ने 2005 में आरजेडी शासन को खत्म कर सत्ता संभाली थी।
2024 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने जेडीयू से एक सीट ज़्यादा पर चुनाव लड़ा था, जो अपने आप में ऐतिहासिक था।
चुनाव कार्यक्रम
243 सीटों वाली बिहार विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में होगा —
पहला चरण: 6 नवंबर 2025
दूसरा चरण: 11 नवंबर 2025
नतीजे: 14 नवंबर 2025
लंबे मंथन के बाद एनडीए ने अंततः सीटों का बंटवारा तय कर लिया है। अब सबकी निगाहें महागठबंधन के फैसले पर टिकी हैं। राजनीतिक समीकरणों और पुराने गठबंधन अनुभवों को देखते हुए, बिहार का चुनाव 2025 एक बार फिर कड़े मुकाबले वाला होने जा रहा है।