भारतीय सेना के ‘मिशन ओलंपिक विंग’ से निकले है नीरज चोपड़ा, ट्रेनिंग ले रहे 450 से अधिक खिलाड़ी
मिशन ओलंपिक विंग भारतीय सेना की पहल है जिसमें 11 खेलों के प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान करने के अलावा उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
08:33 PM Aug 10, 2021 IST | Ujjwal Jain
Advertisement
भारतीय सेना के ‘मिशन ओलंपिक विंग’ के तहत 450 से अधिक सीनियर खिलाड़ी फिलहाल ट्रेनिंग कर रहे हैं। मई 2016 में सेना से जुड़ने के बाद भाला फेंक के खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को मिशन ओलंपिक विंग के तहत ट्रेनिंग करने के लिए चुना गया। उन्होंने तोक्यो 2020 ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता।
Advertisement
मिशन ओलंपिक विंग भारतीय सेना की पहल है जिसमें 11 खेलों के प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान करने के अलावा उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। सेना के अधिकारियों के अनुसार मिशन ओलंपिक विंग के पांच वर्ग हैं जिसमें रोइंग (नौकायन), मार्क्समैनशिप (निशानेबाजी), घुड़सवारी, सेलिंग (पाल नौकायन) और सेना खेल संस्थान (एएसआई) शामिल हैं।
Advertisement
अधिकारियों ने कहा कि एएसआई में सात खेलों के 200 से अधिक खिलाड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं जिसमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, कुश्ती, भारोत्तोलन, तलवारबाजी और गोताखोरी शामिल हैं। मार्क्समैनशिप वर्ग के अंतर्गत लगभग 100 निशानेबाज ट्रेनिंग ले रहे हैं। रोइंग, सेलिंग और घुड़सवारी के अंतर्गत क्रमश: लगभग 90, 50 और 10 सीनियर खिलाड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं।
Advertisement
अधिकारियों ने बताया कि तोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले भारतीय दल में सेना के 16 सैनिक शामिल थे। तेइस साल के सूबेदार नीरज चोपड़ा ने शनिवार को भाला फेंक में 87.58 मीटर की दूरी तय करके ओलंपिक की ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में पदक के भारत के 100 साल के इंतजार को खत्म किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सशस्त्र सेनाओं ने शनिवार को चोपड़ा की सराहना करते हुए कहा था कि उन्होंने ‘सच्चे सैनिक’ की तरह प्रदर्शन करके देश को गौरवांवित किया है।

Join Channel