देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Advertisement
NEET Paper Leak: राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक 2024 विवाद में पेपर लीक के आरोपों के बीच, समस्तीपुर के एक उम्मीदवार ने स्वीकार किया है कि इस साल मई में आयोजित परीक्षा से एक दिन पहले उसके चाचा ने उसे लीक हुआ प्रश्नपत्र सौंपा था, पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस को दिए अपने कबूलनामे में उम्मीदवार ने कहा कि उसे 5 मई को आयोजित परीक्षा की पूर्व संध्या पर NEET परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका दी गई थी और उसे उत्तर याद करने के लिए कहा गया था।
Highlight :
22 वर्षीय अनुराग यादव ने पटना पुलिस को दिए अपने कबूलनामे में कहा कि उसके चाचा ने उसे राजस्थान के कोटा से बिहार के समस्तीपुर बुलाया था और कहा था कि परीक्षा के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। यादव के चाचा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, जो बिहार के दानापुर नगर परिषद में तैनात इंजीनियर हैं, ने उन्हें समस्तीपुर लौटने को कहा है। पुलिस को दिए अपने कबूलनामे में अनुराग ने कहा कि उसे 5 मई को आयोजित परीक्षा की पूर्व संध्या पर NEET परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका दी गई थी और उसे उत्तर याद करने के लिए कहा गया था।
छात्र ने कहा, मै कोटा से लौटा और 4 मई, 2024 की रात को मेरे चाचा मुझे अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास ले गए, जहाँ मुझे NEET परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका दी गई, जिसे मुझे रात भर पढ़ने और याद करने के लिए कहा गया। मेरा परीक्षा केंद्र डीवाई पाटिल स्कूल था, उसने कहा। NEET अभ्यर्थी ने आगे कहा कि जब उसने परीक्षा के दिन वास्तविक प्रश्नपत्र देखा, तो वह उसके चाचा द्वारा दिए गए प्रश्नपत्र से मेल खाता था।
अनुराग ने कहा, मेरे परीक्षा केंद्र पर मुझे जो प्रश्नपत्र मिला, वही मुझे 4 मई की रात को पढ़ने और याद करने के लिए कहा गया था। मैं अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार करता हूँ। बता दें कि पटना पुलिस ने NEET परीक्षा देने वाले कुछ उम्मीदवारों सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया है। उनमें से चार की पहचान NEET उम्मीदवार अनुराग यादव, उनके चाचा सिकंदर यादवेंदु और दो अन्य - नीतीश कुमार और आनंद के रूप में हुई है।
शास्त्री नगर थाने के अनुसार, पटना पुलिस ने नीट परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में चारों आरोपियों-अनुराग यादव, नीतीश कुमार, अमित आनंद और सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के इकबालिया बयान हासिल कर लिए हैं। सीआरपीसी की धारा 161 के तहत इकबालिया बयान दर्ज किए गए। नीट-यूजी 2024 परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी और परिणाम 14 जून को घोषित होने की निर्धारित तिथि से पहले 4 जून को घोषित किए गए थे। अनियमितताओं और पेपर लीक का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किए गए क्योंकि परिणामों से पता चला कि 67 छात्रों ने 720 अंकों के साथ परीक्षा में टॉप किया था।