वार्ता जारी रखेंगे : पूर्वी लद्दाख सीमा पर चीन के साथ गतिरोध को लेकर विदेश मंत्रालय का बयान
भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध को लेकर चीन के साथ सैन्य और राजनयिक माध्यमों से वार्ता और संवाद जारी रखेगा और दोनों देशों ने जल्द ही बातचीत का एक और दौर पर सहमति जतायी है।
02:20 AM Nov 20, 2020 IST | Shera Rajput
भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध को लेकर चीन के साथ सैन्य और राजनयिक माध्यमों से वार्ता और संवाद जारी रखेगा और दोनों देशों ने जल्द ही बातचीत का एक और दौर पर सहमति जतायी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने दोनों देशों की बीच जारी सैन्य वार्ताओं का जिक्र करते हुए ब्रिटिश समाचर पत्र ‘द टाइम्स’ की उस खबर को ”निराधार” बताकर खारिज कर दिया जिसमें चीन के एक प्रोफेसर के हवाले से दावा किया गया था कि चीन की सेना ने पूर्वी लद्दाख में भारतीय सैनिकों को मोर्चे से पीछे हटने को मजबूर करने के लिये ”माइक्रोवेव हथियारों” का इस्तेमाल किया था ।
प्रवक्ता ने कहा कि सैन्य वार्ताओं का उद्देश्य पूरी तरह से पीछे हटना और पश्चिमी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना करना है।
श्रीवास्तव ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में छह नवंबर को चुशुल में भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के बीच हुई आठवें दौर की बातचीत का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, ”ये वार्ताएं स्पष्ट, गहन और रचनात्मक रहीं और दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गतिरोध वाले सभी बिंदुओं से पीछे हटने के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की।”
प्रवक्ता ने कहा, ”सैन्य वार्ताओं का उद्देश्य पूरी तरह से पीछे हटना और पश्चिमी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना है। हम सैन्य और राजनयिक माध्यमों से वार्ता जारी रखेंगे। दोनों देशों ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये जल्द ही बातचीत का एक और दौर शुरू करने पर सहमति जतायी है।”
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