Indian women chess में नया युग, Divya Deshmukh की ऐतिहासिक सेमीफाइनल पहुंच
Indian women chess: भारतीय शतरंज में एक नया अध्याय जुड़ गया है। युवा इंटरनेशनल मास्टर दिव्या देशमुख ने इतिहास रचते हुए फिडे वर्ल्ड महिला शतरंज कप 2025 के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने न केवल इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया, बल्कि देश की अनुभवी ग्रैंडमास्टर डी. हरिका को भी पछाड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया।
टाईब्रेक में दिखाया दम, हरिका को 2-0 से दी मात
क्लासिकल मुकाबले में दोनों बाजियां ड्रॉ रहीं, लेकिन रैपिड टाईब्रेक में दिव्या का आत्मविश्वास और रणनीतिक कौशल देखने लायक था। उन्होंने पहली बाजी में जीत दर्ज कर हरिका पर मानसिक दबाव बना दिया और फिर दूसरी बाजी भी जीतकर मुकाबला अपने नाम किया। हरिका पहले भी तीन बार इस प्रारूप में सेमीफाइनल तक पहुंच चुकी हैं, लेकिन इस बार उनका सफर यहीं थम गया। वहीं दिव्या की यह जीत उनके करियर की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धियों में एक मानी जा रही है। इस प्रतियोगिता में अब दो भारतीय महिला खिलाड़ी सेमीफाइनल में हैं कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख। हम्पी पिछले एक दशक से भारत की सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला शतरंज खिलाड़ी रही हैं, और अपने करियर में पहली बार उन्होंने इस टूर्नामेंट के अंतिम चार में जगह बनाई है।
महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट का टिकट पक्का
दिव्या का उनके साथ सेमीफाइनल में पहुंचना इस बात का संकेत है कि भारतीय महिला शतरंज अब उस मुकाम की ओर बढ़ रहा है, जहां पुरुष खिलाड़ियों का वर्चस्व पहले से रहा है। यह बदलाव आने वाले वर्षों में भारतीय शतरंज की दिशा तय कर सकता है। हम्पी का सामना सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन की लेई टिंगजी से होगा, जबकि दिव्या को पूर्व महिला विश्व चैंपियन तान झोंगयी की चुनौती का सामना करना होगा। दोनों ही मुकाबले बेहद कठिन होंगे, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उम्मीदें जरूर बनी हुई हैं। दिव्या की इस जीत का एक और बड़ा असर ये है कि भारत को अब अगले साल होने वाले महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में एक स्थान मिलना तय हो गया है। यह टूर्नामेंट तय करेगा कि कौन चीन की मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन जू वेनजुन को चुनौती देगा।
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