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NIA ने जम्मू-कश्मीर 2020 नार्को टेरर केस में दाखिल किया एक और आरोपपत्र

NIA ने 2020 नार्को टेरर केस में दाखिल किया नया आरोपपत्र

02:59 AM Jan 04, 2025 IST | Aastha Paswan

NIA ने 2020 नार्को टेरर केस में दाखिल किया नया आरोपपत्र

nia ने जम्मू कश्मीर 2020 नार्को टेरर केस में दाखिल किया एक और आरोपपत्र

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर में नकदी के साथ 17 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती से संबंधित 2020 के नार्को-टेररिज्म मामले में एक और आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। एजेंसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सैयद सलीम जहांगीर अंद्राबी उर्फ ​​सलीम अंद्राबी पर NIA द्वारा जम्मू में एजेंसी की विशेष अदालत के समक्ष दायर तीसरे पूरक आरोपपत्र में एनडीपीएस अधिनियम, आईपीसी और यूए(पी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।

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NIA मे दाखिल किया आरोप पंत्र

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर में 2020 के नार्को-टेरर मामले में एक और आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इस मामले में 17 किलोग्राम हेरोइन और नकदी जब्त की गई थी। कुपवाड़ा जिले का निवासी आरोपी इस मामले में पिछले चार वर्षों से गिरफ्तारी से बचने के बाद जुलाई 2024 में गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही इस मामले में अब तक कुल 16 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है।

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जम्मू-कश्मीर 2020 नार्को टेरर केस

हंदवाड़ा पुलिस ने मूल रूप से जून 2020 में मामला दर्ज किया था, जब कैरो ब्रिज पर वाहनों की जांच के दौरान आरोपी अब्दुल मोमिन पीर को अपने वाहन में बारामुल्ला से आते समय रोका गया था। वाहन की तलाशी में लगभग 2 करोड़ रुपये नकद और 2 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी। पीर से पूछताछ में 15 किलोग्राम हेरोइन और 1.15 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे।

NIA ने की पूरी जांच

जून 2020 में मामले को अपने हाथ में लेने वाली NIA ने जांच के दौरान पाया कि आरोपी सैयद सलीम जहांगीर अंद्राबी जम्मू-कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में नशीले पदार्थों की खरीद और बिक्री और धन जुटाने की गहरी साजिश का हिस्सा था। वह पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम) के गुर्गों के साथ मिलकर काम कर रहा था। एनआईए की जांच के अनुसार, इस प्रकार जुटाई गई धनराशि का उपयोग ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) के नेटवर्क के माध्यम से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।

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Aastha Paswan

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