Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

महंगाई से अभी राहत नहीं

अप्रैल में खुदरा महंगाई 4.58 प्रतिशत और मई 2017 में 2.18 प्रतिशत रही थी। यह गत जनवरी के बाद का खुदरा महंगाई का उच्चतम स्तर है।

11:40 AM Jun 13, 2018 IST | Desk Team

अप्रैल में खुदरा महंगाई 4.58 प्रतिशत और मई 2017 में 2.18 प्रतिशत रही थी। यह गत जनवरी के बाद का खुदरा महंगाई का उच्चतम स्तर है।

नई दिल्ली : फलों और सब्जियों के साथ ही दुग्ध उत्पादों की कीमतों में आयी तेजी से इस वर्ष मई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई लगातार दूसरे महीने बढ़कर चार महीने के उच्चतम स्तर 4.87 प्रतिशत पर पहुंच गयी। इस वर्ष अप्रैल में खुदरा महंगाई 4.58 प्रतिशत और मई 2017 में 2.18 प्रतिशत रही थी। यह गत जनवरी के बाद का खुदरा महंगाई का उच्चतम स्तर है। जनवरी में यह 5.07 प्रतिशत दर्ज की गयी थी। केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार इस वर्ष मई में फलों एवं सब्जियों की कीमतों में सबसे अधिक तेजी देखी गयी। इस दौरान दाल-दलहनों की कीमतों में नरमी रही।

तेल एवं वसा की कीमतों में टिकाव रहा जबकि चीनी और कंफेक्शनरी उत्पादों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी। फलों एवं सब्जियों की कीमतों में आयी तेजी से खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई में जबरदस्त बढोतरी दर्ज की गयी। पिछले वर्ष मई में खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई जहां 1.05 प्रतिशत ऋणात्मक रही थी, वहीं इस वर्ष अप्रैल में यह 2.80 प्रतिशत पर पहुंच गयी थी और मई 2018 में यह तेजी से बढ़ते हुये 3.10 प्रतिशत पर पहुंच गयी। इसी तरह से खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई भी ग्रामीण क्षेत्रों में जहां 3.85 प्रतिशत पर रही। वहीं, शहरी क्षेत्रों में यह 1.66 प्रतिशत ही रही। इसका मतलब है कि शहरों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई अधिक रही है।

अधिक जानकारियों के लिए यहाँ क्लिक करें।

Advertisement
Advertisement
Next Article