'खराब खेल नहीं, ये बनी विराट के टेस्ट रिटायरमेंट की वजह', पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल
विराट की टेस्ट रिटायरमेंट पर बोले पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल
12 मई 2025 को विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने का फैसला किया। इस बात ने फैंस और एक्सपर्ट्स को थोड़ा चौंका दिया, क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ एक बड़ी टेस्ट सीरीज़ आने वाली थी। लोग मान रहे थे कि शायद खराब फॉर्म की वजह से उन्होंने ये फैसला लिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल की सोच कुछ और है।
चैपल का कहना है कि विराट की रिटायरमेंट का असली कारण उनकी मानसिक स्थिति थी, न कि फॉर्म। उन्होंने कहा कि कोहली को लगने लगा था कि अब उनका दिमाग पहले जितना तेज और क्लियर नहीं है। उन्होंने माना कि जब मन और शरीर एक साथ काम नहीं करते, तो प्रदर्शन पर असर पड़ता है।
अपने कॉलम में चैपल ने लिखा, “ये फैसला स्किल की कमी से नहीं, बल्कि इस एहसास से आया कि वो अब वैसे फैसले नहीं ले पा रहे जैसे पहले लेते थे। जब दिमाग में कन्फ्यूजन आने लगता है, तो फुटवर्क भी गड़बड़ाता है और नेचुरल गेम पीछे छूट जाता है।”
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विराट का टेस्ट करियर शानदार रहा है — 123 टेस्ट, 9230 रन, 30 शतक और 31 फिफ्टी। लेकिन 2020 के बाद उनका फॉर्म कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने 39 मैचों में 2028 रन बनाए, जिसमें सिर्फ 3 शतक लगे। 2024 से अब तक उन्होंने 11 टेस्ट खेले और 440 रन ही बना पाए। उनका आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ, जिसमें उन्होंने एक शतक भी लगाया था, लेकिन टीम इंडिया सीरीज़ 3-1 से हार गई।
फॉर्म को लेकर काफी बातें होती हैं, लेकिन चैपल का मानना है कि असली फॉर्म दिमाग से आती है। अगर मन ठीक ना हो, तो बल्लेबाज़ी भी नहीं जमती।
विराट ने शायद ये सोचकर रिटायरमेंट लिया कि जब वो खुद को 100% नहीं दे पा रहे, तो पीछे हटना ही सही रहेगा। ये दिखाता है कि वो सिर्फ एक अच्छे खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक समझदार इंसान भी हैं।