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संवैधानिक पद पर बैठे सीएम को संवैधानिक संस्थाओं के निर्देशों को नहीं मानना उनकी मानसिकता को दर्शाता है : विजय सिन्हा

भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पटना महानगर के द्वारा भाजपा प्रदेश मुख्यालय के बाहर आरक्षण बचाओ चुनाव कराओ आयोजित धरना को संबोधित करते हुए कहा

02:02 AM Oct 18, 2022 IST | Desk Team

भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पटना महानगर के द्वारा भाजपा प्रदेश मुख्यालय के बाहर आरक्षण बचाओ चुनाव कराओ आयोजित धरना को संबोधित करते हुए कहा

पटना , (पंजाब केसरी): भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पटना महानगर के द्वारा भाजपा प्रदेश मुख्यालय के बाहर आरक्षण बचाओ चुनाव कराओ आयोजित धरना को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वार्थ, अहंकार और महत्वकांक्षा की पूर्ति के लिए बिहार को वैसे जगह खड़ा कर दिए, जहां से बाहर बिहार को लाया गया था। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की नियत और सरकार के नीतिगत फैसले भी बदलने लगे। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता श्री सिन्हा ने कहा संवैधानिक पद पर बैठे लोगों के संवैधानिक संस्थाओं का निर्देश, आदेश नहीं मानना और उसको भाजपा से जोड़कर पेश करना उनकी मानसिकता और घटिया राजनीति को दर्शाता है। श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार की जनता अब समझ गई , जिस कारण अहंकार में अति पिछड़ों के आरक्षण के नाम पर उन्माद पैदा करने की उनकी योजना धरी रह गई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने आज कहा कि राजद और जदयू की उत्पति ही भाजपा की कृपा से हुई है। उन्होंने कहा कि वे दोनो दल भाजपा के कृपा पात्र हैं। उन्होंने कहा कि राजद और जदयू जब कांग्रेस विरोध की राजनीति की थी तब राजद और जदयू को भाजपा ने समर्थन दिया था। सम्राट चौधरी आज प्रदेश कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के सरकार से हटते ही नीतीश कुमार की आरक्षण नीति बदल गई। उन्होंने कहा कि जबतक भाजपा सरकार में थी तब तक नगर निकाय चुनाव की घोषणा नहीं की गई। नीतीश के राजद की दोस्ती के साथ ही नगर निकाय चुनाव की घोषणा कर दी गई। उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा को आरक्षण विरोधी बताते हैं, उन्हे यह जानना चाहिए कि जब भी जिस सरकार ने आरक्षण लागू किया है, उसको भाजपा का समर्थन रहा है। उन्होंने कहा संविधान सभा में भी श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्रतिनिधित्व कर रहे थे। बी पी सिंह की सरकार ने जब मंडल कमीशन लाया तब भी भाजपा ने समर्थन किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा की सर्वोच्च न्यायालय के स्पष्ट निर्देश के बावजूद नीतीश कुमार ने निकाय चुनाव करवाने का आदेश दिया जबकि इसके पूर्व महाराष्ट्र मध्यप्रदेश और गुजरात में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन करते हुए चुनाव कराए गए थे। मध्य्प्रदेश के मामले पर फैसला सुनाते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था की ये मध्य प्रदेश का निर्णय पूरे देश में पिछड़े और अतिपिछड़ा के लिए लागू होगा। बिहार सरकार ने चुनाव आयोग में गलतबयानी कर राज्य में निकाय चुनाव का बिगुल फूंक दिया जबकि इस तरह से बिना आयोग के गठन की अनुशंसा से चुनाव कराना सर्वथा अनुचित था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा की बिहार में ऐसे कानून मंत्री थे जिन्हें खुद मंत्री मंडल से बाहर जाना पड़ा, ऐसे मंत्री की राय सरकार को उलझाने वाली ही होगी। राजद के समर्थक ने उच्च न्यायालय में चुनाव पर रोक लगाने की अपील की है, इसका साफ मतलब है की सरकार की मंशा चुनाव कराने की नही बल्कि पिछड़े और अति पिछड़ी जातियों के उलझाना बस है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री व दीघा के विधायक डॉक्टर संजीव चौरसिया ने कहां के भारतीय जनता पार्टी अति पिछड़ों को निकाय चुनाव में आरक्षण दिलाकर रहेगी बिहार सरकार के अति पिछड़ा विरोधी मानसिकता को सफल नहीं होने देंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को हल्के में लेने के कारण इस प्रकार की नौबत आई है । बिहार के मुख्यमंत्री ने अति पिछड़ों के साथ धोखा किया है। अति पिछड़ों को आरक्षण देना होगा और चुनाव भी जल्द कराना होगा । पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा की सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को दरकिनार कर चुनाव की घोषणा कर नीतीश कुमार ने अति पिछडो को समाज की मुख्यधारा में प्रतिनिधित्व करने के अधिकार से वंचित करने की साजिश की है। अति पिछड़ा समाज इस धोखे का बदला आने वाले चनाव में अवश्य लेगी। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ भीम सिंह ने निकाय चुनाव में अति पिछड़ो का आरक्षण खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोषी ठहराया,उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अति पिछड़ा समाज और बिहार की जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे है, अति पिछडो के आरक्षण को खत्म करने की साजिश को भाजपा कभी सफल नही होने देगी, अति पिछड़ा समाज के नगर निकाय में प्रतिनिधित्व के अधिकार को छीन कर बिहार की मौजूदा सरकार ने अन्याय किया है। जनता इसके लिए नीतीश कुमार को कभी माफ नही करेगी। धरना की अध्यक्षता भाजपा पटना महानगर के अध्यक्ष अभिषेक चंद्रवंशी तथा संचालन महानगर के महामंत्री मनोज सिंह ने किया। इस धरना को मुख्य रूप से पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव जीवेश मिश्रा भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधायक जनक सिंह, विधान पार्षद अनिल शर्मा, विधायक निशा सिंह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश, प्रदेश मंत्री रूपनारायण मेहता, सजल झा अमृता भूषण,राकेश सिंह, पंकज सिंह, राजीव रंजन, शोभा कुमारी, धर्मशीला शर्मा, लाजवंती झा, हेमलता वर्मा दुर्गेश, सरोज रंजन पटेल, शैलेन्द्र यादव, संजय पप्पू, संजय पिंटू, विकास मेहता, पंकज सिंह गुड्डू, हीरा सिंह,प्रीति पाठक, जयराज निषाद,नवनीत समेत सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट पर प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
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