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अब पाक ने कुछ किया तो समझो गया

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12:54 AM Mar 03, 2019 IST | Desk Team

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संसद अटैक, लाल किला हमला, मुम्बई अटैक और अब पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बारे में पूरी दुनिया को पता चल चुका है कि वह आतंक का सबसे बड़ा प्रमोटर है। आईएसआई की शह पर पाकिस्तान की फौज आतंकवादियों से जो चाहे जब चाहे और जहां चाहे करवाती रही है। यह तो अब भारत ने सर्जिकल स्ट्राईक नं.-1 और इसी का दूसरा नाम एयर स्ट्राइक के रूप में उसे जताने की कोशिश की कि अब वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो हर बार भारत उससे ऐसे ही निपटेगा। संयोगवश पाकिस्तान को यह करारा जवाब मोदी सरकार ने ही दिया। इसके लिए मोदी सरकार और उनके रणनीतिकारों को बहुत-बहुत बधाई। साथ ही देशवासियों का एक मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति वाले पीएम मोदी के प्रति भी विश्वास बढ़ा है। जहां इससे लोकतांत्रिक व्यवस्था मजबूत हुई है वहीं आतंक पर भारत जिस तरीके से चोट करने लगा है उससे भी दुनिया में संदेश गया है कि आतंक के प्रमोटरों की नकेल कसने का समय आ गया है। हमारा मानना है कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान पर लगे हाथ आखिरी प्रहार भी कर दिया जाए क्योंकि अब मौका भी था दस्तूर भी था और लोहा जब गर्म हो तो हथौड़ा मार देना चाहिए। पता नहीं क्यों पाकिस्तान को गिड़गिड़ाता देखकर हमें क्यों उस पर दया आ गई जो वह अमन की दुहाई देकर भारतीय फौजों के शिकंजे से बच गया।

लोकतंत्र में 315 से ज्यादा सीटें मोदी सरकार के पास हैं। 2019 को लेकर सब-कुछ सरकार के पक्ष में है और आतंकवाद के मामले पर पाकिस्तान पहली बार पूरी दुनिया के सामने न सिर्फ बेनकाब हुआ बल्कि अलग-थलग भी पड़ गया तो ऐसे में अब आखिरी प्रहार जिसे निर्णायक स्ट्राइक कहकर चोट कर दी जानी चाहिए थी, हमने अमन की ओर कदम बढ़ाने का उसे मौका देकर मैं समझता हूं इमरान खान को अभयदान दे दिया। सब जानते हैं कि पाकिस्तान ऐसा ढीठ है जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ सकता। अभिनंदन की रिहाई प्रधानमंत्री मोदी जी और उनकी टीम की जबर्दस्त कूटनीतिक जीत है। हमें यह समझ लेना चाहिए कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते। अब आतंक पर आखिरी प्रहार का मौका कब मिलेगा मैं नहीं जानता लेकिन पाकिस्तान तो अपनी ही संसद में घिर चुका था। जैश और उसके फिदायीन दस्ते की ऐसी घेरेबंदी हो चुकी थी कि बस एक प्रहार की बारी थी पर फिर भी माेदी जी की टीम ने जो कुछ किया उससे सब-कुछ भारत के पक्ष में ही जा रहा है और दुनिया को पता लग गया है कि मोदी जी पहले किसी को छेड़ते नहीं और अगर कोई दूसरा हमें छेड़ दे तो फिर उसे छोड़ते नहीं।

परन्तु यह भी तो सच है कि एलओसी के पास विभिन्न मुठभेडों में हमारे 6 जवान शहीद हो चुके हैं और हैलीकाप्टर क्रैश एलआेसी के पास हुआ था जिसमें हमारे चार जवान शहीद हुए। यह पाकिस्तान दया के काबिल नहीं है। एनएसए अजीत डोभाल पूरी रणनीति के साथ आतंकवाद को लेकर और पाकिस्तान की गोद में बैठे जैश द्वारा पुलवामा हमले को लेकर आगे बढ़ रहे थे जहां वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ जुड़े हुए थे तो वहीं विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और यहां तक कि वित्त मंत्री अरुण जेतली के साथ भी सारे मामले को लेकर फीडबैक देने का काम कर रहे थे। जहां उन्होंने अमरीका में अपने समकक्ष वोल्टन से बातचीत की तो वहीं रूस, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ श्रीमती सुषमा स्वराज ने हमारी वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बारे में जानकारी देने का मोर्चा संभाला। यूएन सिक्योरिटी काउंसिल को यकीन करा दिया गया कि पाकिस्तान में छिपे बैठे आतंकवादियों के खिलाफ एयर स्ट्राइक ही जरूरी कदम था। इसके बाद अमरीका ने उसकी टैरर फंडिंग को लेकर आतंकवाद खात्मे के लिए सहायता बंद कर दी।

ऐसे में जब अमरीका का एफ-16 विमान नष्ट हो गया और हमारा विंग कमांडर अभिनंदन वहां कैद कर लिया गया तो यह रणनीति मोदी जी और अजीत डोभाल की ही थी कि ट्रंप तक सही बात सही समय तक पहुंच चुकी थी। लिहाजा ट्रंप ने अभिनंदन की रिहाई सुनिश्चित करवाई वरना मोदी जी निर्णायक जंग की पूरी तैयारी कर चुके थे। हालांकि पाकिस्तान अब अमरीका के शिकंजे में एफ-16 के दुरुपयोग को लेकर फंस चुका है और अमरीका उससे जवाब-तलब कर चुका है कि कैसे आतंकवाद खात्मे के लिए दिया जाने वाला विमान नियमों का उल्लंघन करके भारत के क्षेत्र में घुसा जिसे भारत ने मार गिराया। आतंक से आधी दुनिया परेशान है तो आतंक प्रमोटर पाकिस्तान से तो पूरी दुनिया ही दुःखी है। इसीलिए हर बड़ा देश भारत के साथ है। पाकिस्तान हर मामले में फंसता जा रहा है और इस्लामिक सहयोग संगठन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अंतिम प्रहार कर उसे अलग-थलग कर दिया। अब पाकिस्तान में आतंक का खात्मा तय है। अजहर मसूद गुर्दे की बीमारी से जकड़ा हुआ है। उसके कई साथी और रिश्तेदार एयर स्ट्राइक में निपटा दिए गए हैं। इमरान खान को अब पता लग गया है कि अब बचना मुश्किल है, उसने मोदी जी से गुहार लगाई। मोदी जी ने उसे जीवनदान दे दिया है लेकिन अब कोई भी आतंकी हरकत पाकिस्तान के वजूद पर आखिरी चोट होगी। देशवासियों की भावना का सम्मान मोदी जी ने कर दिया है। वे आगे और क्या चाहते हैं, मोदी जी वह भी करके दिखा देंगे। यह बात पाकिस्तान को आखिरी वार्निंग के रूप में समझ लेनी चाहिए।

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