अब नहीं होगा दिल्ली की CM रेखा गुप्ता के बंगले का रेनोवेशन! रद्द हुआ टेंडर
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सरकारी आवास के नवीनीकरण से जुड़ा टेंडर रद्द कर दिया गया है. यह टेंडर दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा जारी किया गया था, जिसे अब प्रशासनिक कारणों से रद्द कर दिया गया है. रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनने के बाद राज निवास मार्ग पर दो सरकारी बंगले आवंटित किए गए हैं, बंगला नंबर-1 और बंगला नंबर-2. रेखा गुप्ता खुद बंगला नंबर-1 में रहेंगी, जबकि बंगला नंबर-2 को वह अपने कैंप कार्यालय के रूप में उपयोग करेंगी. बंगला नंबर-1 के रेनोवेशन के लिए 7 जुलाई को टेंडर जारी किया गया था, जिसमें इलेक्ट्रिकल और अन्य कार्यों को शामिल किया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस टेंडर की अनुमानित लागत 60 लाख रुपये थी. इसमें 14 एयर कंडीशनर (AC), करीब 9 लाख रुपये की एक बड़ी एलईडी टीवी, और लगभग 6 लाख रुपये की आधुनिक लाइटिंग शामिल थी. इसके अलावा भी कई अन्य इंटीरियर और इलेक्ट्रिकल काम इस योजना का हिस्सा थे. टेंडर की शर्तों के अनुसार, सभी काम 60 दिनों के भीतर पूरे किए जाने थे.
PWD ने क्यों रद्द किया टेंडर?
दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग ने 7 जुलाई को जारी इस टेंडर को रद्द करने की सूचना दी. विभाग ने एक पत्र जारी कर कहा कि प्रशासनिक कारणों से यह फैसला लिया गया है. हालांकि, इन प्रशासनिक कारणों की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई है.
शीशमहल विवाद की पृष्ठभूमि
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब कुछ ही महीनों पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के बंगले को लेकर काफी विवाद हुआ था. भाजपा ने उनके सरकारी आवास को "शीशमहल" कहकर निशाना बनाया था और आरोप लगाया था कि केजरीवाल ने जनता के पैसों से महंगा बंगला बनवाया है.
CM रेखा गुप्ता का अलग बंगले में रहने का फैसला
चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिला और रेखा गुप्ता ने दिल्ली की मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली. उन्होंने सीएम बनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस विवादित बंगले में रहने से मना कर दिया जिसे भाजपा "शीशमहल" कहती थी. इसके बाद उन्हें नया बंगला आवंटित किया गया था.