Ola EV की बिक्री में भारी गिरावट, बाजार में तीसरे स्थान पर खिसकी
ओला की कमर्शियल डिलीवरी के बाद सबसे खराब तिमाही प्रदर्शन
ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री में मई में 51% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे कंपनी तीसरे स्थान पर खिसक गई है। टीवीएस मोटर और बजाज ऑटो ने बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि ओला की बाजार हिस्सेदारी 18% रही। कंपनी का घाटा वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 109% बढ़कर 870 करोड़ रुपए हो गया है।
दोपहिया ईवी वाहन बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री मई में सालाना आधार पर 51 प्रतिशत गिरकर 18,499 यूनिट्स हो गई है। कंपनी मार्केट में टीवीएस मोटर और बजाज ऑटो के बाद तीसरे स्थान पर खिसक गई है। सरकारी वाहन डेटा के मुताबिक, मई में दोपहिया ईवी वाहन सेगमेंट का प्रदर्शन मजबूत रहा है और इस दौरान रिटेल बिक्री बढ़कर 1,00,266 यूनिट्स हो गई है। दोपहिया ईवी वाहन सेगमेंट में टीवीएस मोटर शीर्ष पर रही। कंपनी की बिक्री मई में सालाना आधार पर 107 प्रतिशत बढ़कर 24,560 यूनिट्स रही और कंपनी का मार्केट शेयर 24 प्रतिशत रहा। बजाज ऑटो की बिक्री मई में सालाना आधार पर 135 प्रतिशत बढ़कर 21,770 यूनिट्स हो गई है। दोपहिया ईवी वाहन सेगमेंट में 22 प्रतिशत के मार्केट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर रही।
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भाविश अग्रवाल की अगुआई वाली ओला इलेक्ट्रिक ने पिछले महीने 18 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी दर्ज की और मार्केट में तीसरे स्थान पर रही। एथर एनर्जी ने 12,840 यूनिट्स बेचीं और बाजार में 13 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की। बीते हफ्ते ओला इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के नतीजे पेश किए थे। जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी का घाटा सालाना आधार पर 109 प्रतिशत बढ़कर 870 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 416 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 25 की मार्च तिमाही में कंपनी की ऑपरेशंस से आय सालाना आधार पर 61.8 प्रतिशत कम होकर 611 करोड़ रुपए रह गई है, जो कि एक साल पहले समान अवधि में 1,598 करोड़ रुपए थी।
2021 के अंत में अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कमर्शियल डिलीवरी शुरू करने के बाद से यह कंपनी का सबसे खराब तिमाही प्रदर्शन है। पूरे वित्त वर्ष 2025 के लिए ओला इलेक्ट्रिक की आय भी घटकर 4,645 करोड़ रुपए रह गई है, जो वित्त वर्ष 2024 में 5,126 करोड़ रुपए थी।