W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

ओम बिरला ने लोकसभा में बहस की उच्चतम परंपराओं को बनाए रखने का अनुरोध किया

लोकसभा अध्यक्ष ने संविधान दिवस पर सार्थक संवाद की अपील की

12:31 PM Nov 25, 2024 IST | Rahul Kumar

लोकसभा अध्यक्ष ने संविधान दिवस पर सार्थक संवाद की अपील की

ओम बिरला ने लोकसभा में बहस की उच्चतम परंपराओं को बनाए रखने का अनुरोध किया
Advertisement

आज व्यापार सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को संसद के निचले सदन के सभी सदस्यों से बहस और संवाद की उच्चतम परंपराओं का पालन करने और रचनात्मक तरीके से अपनी असहमति व्यक्त करने का आग्रह किया। सूत्रों के अनुसार, आज व्यापार सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक में अध्यक्ष बिरला ने संविधान को अपनाने के 75 वर्षों का उल्लेख किया और संविधान सभा में संस्थापक सदस्यों द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली बहस की गौरवशाली परंपराओं को याद किया।

सदस्यों को विरोध के नाम पर सदन में हंगामा करने से बचना चाहिए

संविधान सदन में कल मनाए जाने वाले संविधान दिवस समारोह के मद्देनजर अध्यक्ष ने विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों से सार्थक संवाद में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने सदस्यों से रचनात्मक तरीके से अपनी असहमति व्यक्त करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सदस्यों को विरोध के नाम पर सदन में हंगामा करने से बचना चाहिए। विपक्ष की मांगों पर गतिरोध के कारण आज लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। दोनों सदनों की बैठक अब बुधवार को होगी। इससे पहले संसद सत्र की शुरुआत से पहले अपने पारंपरिक संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों को जनता ने 80-90 बार नकार दिया है, वे अपने राजनीतिक लाभ के लिए गुंडागर्दी का सहारा लेकर संसद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, दुर्भाग्य से, कुछ लोग, जिन्हें जनता ने नकार दिया है, वे अपने राजनीतिक हितों के लिए संसद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। जनता उनकी हरकतों को याद रखती है और समय आने पर उन्हें सजा भी देती है। उन्होंने कहा, भारत की संसद के संदेश में लोकतंत्र के प्रति मतदाताओं का समर्पण, संविधान के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और संसदीय प्रथाओं में उनका भरोसा झलकना चाहिए। हमें, उनके प्रतिनिधियों के रूप में, इन भावनाओं पर खरा उतरना चाहिए।

संविधान के 75वें वर्ष की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा

अब समय आ गया है कि हम उस समय पर विचार करें जो हमने अब तक खो दिया है और सदन में विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा करके इसकी भरपाई करने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियां इन चर्चाओं को पढ़ेंगी और इनसे प्रेरणा लेंगी। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि यह सत्र अत्यंत उत्पादक होगा, संविधान के 75वें वर्ष की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा, भारत की वैश्विक छवि को मजबूत करेगा, नए सांसदों को अवसर प्रदान करेगा और नए विचारों का स्वागत करेगा। इसी भावना के साथ, मैं सभी सम्मानित सांसदों को इस सत्र में उत्साह और जोश के साथ भाग लेने के लिए आमंत्रित करता हूं और उनका स्वागत करता हूं।” संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ। इसमें 19 बैठकें होंगी।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI‘ को अभी Subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Advertisement
Advertisement
Author Image

Rahul Kumar

View all posts

Advertisement
×