भाजपा में फिर जाने को तैयार ओमप्रकाश राजभर, इन शर्तों पर गठबंधन के लिए है राजी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को समय समय पर मोर्चा खोलने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भाजपा के साथ जाने को फिर तैयार हो गए हैं।
02:44 PM Oct 15, 2021 IST | Ujjwal Jain
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को समय समय पर मोर्चा खोलने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भाजपा के साथ जाने को फिर तैयार हो गए हैं। लेकिन अभी भी राजभर ने कुछ शर्ते रखी है। ओमप्रकाश राजभर भाजपा से गठबंधन को तैयार हो गए हैं। उन्होंने कुछ शर्तें रखी हैं। इसमें जातीय जनगणना कराई जाए, घरेलू बिजली का बिल माफ किया जाए, एक समान अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा दी जाए जैसी शर्तें रखी गई हैं।
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भाजपा हमारी शर्तों को मानेगी तो उनके साथ भी जा सकते हैं – राजभर
गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में राजभर ने कहा कि हमको विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा के साथ आने में कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा हमारी शर्तों को मानेगी तो हम लोग उनके साथ भी जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में संभावनाएं बनी रहती हैं। जो पार्टी हमारे मुद्दों के साथ आएगी हम तो उसका साथ देंगे।
क्या है राजभर की शर्तें
राजभर ने कहा कि सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लेकर हम भाजपा के पास गए थे, लेकिन भाजपा ने हमारी बात नहीं मानी, अब भाजपा ये बात मान लें तो हम उसके भी साथ जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय समिति के अलावा स्नातकोत्तर तक शिक्षा मुफ्त करने, घरेलू बिजली बिल माफी, शराबबंदी, पुलिस की बॉर्डर सीमा, पुलिसबल को साप्ताहिक छुट्टी, होमगार्ड को पुलिस के समान सुविधा देने पर अगर भाजपा तैयार हो तो हम गठबंधन कर लेंगे।
इसके अलावा पुलिस कर्मचारियों की बॉर्डर सीमा समाप्त करने, अपने जिले में तैनाती की छूट, पुलिस ड्यूटी में 8 घंटे की सीमा, साप्ताहिक अवकाश, पुरानी पेंशन बहाली, होमगार्ड, पीआरडी को पुलिस के समान सुविधाएं देने की भी मांग की गई है।
27 अक्टूबर को राजभर कर सकते है ऐलान
लखनऊ में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हम 27 अक्टूबर को मऊ के हलधरपुर में पंचायत करने के साथ ही भागीदारी संकल्प मोर्चा के गठन का भी एलान करेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी हमारे मुद्दों के साथ होगी हम भी उसका साथ देंगे। 27 को मऊ में भागीदारी संकल्प मोर्चा एक साथ दिखेगा। 27 को ओवैसी तथा चंद्रशेखर के साथ अन्य नेता भी मऊ में रहेंगे।
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