चार धाम यात्रा की तैयारियों पर आयुक्त गढ़वाल ने दिए 25 अप्रैल तक तैयारियां पूरी करने के निर्देश
आयुक्त गढ़वाल ने चार धाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने चार धाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक में सभी विभागों को 25 अप्रैल तक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्टेट हाईवे पर चल रहे कार्यों और पैचवर्क की गुणवत्ता की भी समीक्षा की। श्रीनगर क्षेत्र में यातायात और पार्किंग की व्यवस्था चुनौतीपूर्ण बताते हुए धर्मशालाओं और रैन बसेरों को चिह्नित करने के निर्देश दिए।
उत्तराखंड में आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में चार धाम यात्रा, वनाग्नि, पेयजल, सड़क सुधारीकरण, सीएम हेल्पलाइन व अन्य विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। आयुक्त गढ़वाल ने चार धाम यात्रा के सफल संचालन के लिए मंडल स्तर पर सभी विभागों को 25 अप्रैल तक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं। बैठक के बाद उन्होंने स्टेट हाईवे पर चल रहे कार्य और पैचवर्क की गुणवत्ता की भी समीक्षा की। विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में आयुक्त गढ़वाल ने कहा कि चार धाम यात्रा की दृष्टि से श्रीनगर एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जहां यातायात के साथ ही पार्किंग की समुचित व्यवस्था करना चुनौतीपूर्ण है।
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उन्होंने जिला प्रशासन को श्रीनगर क्षेत्र के अंतर्गत कुछ ऐसी धर्मशालाओं व रैन बसेरों को चिह्नित करने के निर्देश दिए, जहां असहाय यात्रियों को निशुल्क कुछ राहत मिल सके। उन्होंने यात्रा मार्ग पर सभी वाटर प्वाइंटों को चालू रखने व सार्वजनिक शौचालयों को स्वच्छ रखने के निर्देश दिए हैं। आयुक्त गढ़वाल ने डीएम गढ़वाल को निर्देश दिये कि जनपद क्षेत्र में ग्रामीण मोटर मार्गों की स्थिति के सम्बन्ध में सर्वेक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मोटर मार्गों पर चल रहे डामरीकरण एवं गड्ढामुक्त कार्यों की गुणवत्ता के सम्बन्ध में उन्होंने स्टेट हाईवे-31 पर पौड़ी-देवप्रयाग के मध्य डामरीकरण की गुणवत्ता तथा द्वारीधार गौशाला के पास पैचवर्क की गुणवत्ता का जायजा लिया। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को चल रहे डामरीकरण के अवशेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये।
आयुक्त गढ़वाल ने वनाग्नि रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि वनाग्नि रोकथाम के लिए विभागीय समन्वय एवं जनसहभागिता आवश्यक है। उन्होंने इसके लिए जिला स्तर पर किये जा रहे प्रयासों की सराहना भी की। आयुक्त गढ़वाल ने वनाग्नि रोकथाम के लिए जिला स्तर पर अपनाये जा रहे नवाचारों, जन जागरूकता अभियान, शीतलाखेत मॉडल को 30 से अधिक गांवों में क्रियान्वित किये जाने पर संतोष व्यक्त किया।