एक बार फिर बीच में कूदा Turkey, अब पाकिस्तान के बाद इस देश को देगा सैन्य मदद!
Turkey, जो पहले भारत-पाकिस्तान तनाव के समय खुलकर पाकिस्तान के साथ खड़ा था, अब इजराइल और सीरिया के बढ़ते टकराव में सीरिया के पक्ष में सामने आया है. तुर्की ने इजराइल पर क्षेत्र में अशांति फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि अगर सीरिया मदद मांगेगा, तो उसे सैन्य सहायता भी दी जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुछ महीने पहले जब कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, तब Turkey ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए उसे ड्रोन तक भेजे थे और भारत के खिलाफ बयान दिए थे. अब तुर्की एक बार फिर मुस्लिम देशों की तरफदारी करते हुए सीरिया के समर्थन में उतर आया है.
'सीरिया चाहे तो देंगे सैन्य सहयोग'
तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यदि सीरिया मदद मांगेगा, तो तुर्की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसका पूरा साथ देगा. मंत्रालय के प्रवक्ता रियर एडमिरल जेकी अकतूर्क ने कहा कि इजराइल के हमले सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन हैं.
क्या है पूरा मामला?
16 जुलाई को इजराइल की वायुसेना ने दमिश्क में राष्ट्रपति भवन, सेना मुख्यालय और रक्षा मंत्रालय पर मिसाइलें दागीं. इसके अलावा दक्षिण सीरिया के स्वेदा और दाराआ इलाकों में भी हमले किए गए, जहां पहले से ही स्थानीय जनजातियों में टकराव चल रहा था. रिपोर्टों के अनुसार, इन हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं.
Turkey ने 11 देशों के साथ मिलकर की इजराइल की निंदा
Turkey ने अकेले नहीं, बल्कि 11 अन्य देशों के साथ मिलकर इजराइल की आलोचना में एक साझा बयान जारी किया. साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आपात बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया. तुर्की के प्रतिनिधि अहमद यिलदिज ने कहा कि इजराइली हमले सीरिया के सामाजिक और आर्थिक ढांचे को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
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Turkey का स्पष्ट संदेश: “सीमा पर आतंक बर्दाश्त नहीं”
तुर्की ने यह भी कहा कि उसकी सेना पहले से ही सीरिया में मौजूद है और हर गतिविधि पर नज़र रख रही है. तुर्की सरकार ने कहा कि वह अपनी सीमा के आसपास किसी भी आतंकवादी गतिविधि को पनपने नहीं देगी. फिलहाल तुर्की के सैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. (Turkey)