Online Fraud Viral Video: ऑनलाइन ऑर्डर में धोखाधड़ी! Samsung Galaxy Fold 7 किया ऑर्डर निकला पत्थर, ₹1,86,000 का लगा चूना
Online Fraud Viral Video: आजकल लोग बाजार जाकर सामान नहीं खरीदते हैं, बल्कि उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद है। जब से ऑनलाइन शॉपिंग का ऑप्शन लोगों को मिला है, तब से लोगों की ज़िन्दगी काफी आसान हो गई है। आज के समय में लोगों को छोटी-छोटी चीज़ लेने के लिए दुकान पर नहीं जाना पड़ता है। जिस भी चीज़ की ज़रूरत होती है, उसे वो लोग घर बैठे मंगा लेते हैं और कुछ ही दिनों में उनका सामान घर तक आ जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं, ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान कुछ लोगो के साथ फ्रॉड भी हो जाता है। ऐसा ही एक मामला बेंगलुरु से सामने आया है, जिसमें एक शख्स के साथ बहुत बड़ी धोखाधड़ी हो गई है।
Online Fraud Video: ऑनलाइन फ़ोन मंगवाना पड़ा महंगा
सोशल मीडिया पर हर दिन कुछ ऐसा वायरल होता रहता है, जिसे देखने के बाद हर कोई हैरान रह जाता है कि आखिर ये सब दुनिया में क्या चल रह है। ऐसा ही एक वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, जिसमें एक शख्स को ऑनलाइन शॉपिंग करना काफी महंगा पड़ गया। अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करते होंगे, तो आपने भी अपने पसंद की कई चीज़ें मंगाई होंगी।
लेकिन क्या होगा जब आपके साथ कुछ फ्रॉड हो जाए। ऐसा ही एक ऑनलाइन शॉपिंग के शौकीन व्यक्ति के साथ हुआ। जिसने Samsung Galaxy Fold 7 मंगाया था। शख्स ने अपने ऑर्डर के पैकेट को खोलते समय रिकॉर्डिंग किया और वीडियो में दिखा कि पैकेट के अंदर जो फोन का पैकेट था उसमें से Samsung Galaxy Fold 7 की जगह पर एक पत्थर मिला। उसने Amazon से यह मंगवाया था जिसमें उसके साथ इतना बड़ा फ्रॉड हो गया।
Viral Video: सोशल मीडिया पर देखें वीडियो
सोशल मीडिया पर हर दिन तमाम अजीबोगरीब वीडियो वायरल होती रहती है, जिसमें लोग कुछ हरकत करते या फिर कुछ अनोखा दिखाते नज़र आते हैं। अब ये जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसे @PracticalSpy नाम से एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया गया है। बंगलौर के एक व्यक्ति ने Amazon से Samsung Galaxy Fold 7 ऑर्डर किया। बदले में उसको मिली स्टोन टाइल। 1,86,000 रुपये online देकर उसने ऑर्डर किया था। वैसे तो Amazon ने रिफंड कर दिया है और FIR भी हो गई है, लेकिन ऐसे ही फ्रॉड चलता रहा तो कौन ऑनलाइन ऑर्डर करेगा। इस फ़ोन का रिफंड उसे मिल गया है।
Note: इस खबर पर दी गई जानकारी सोशल मीडिया पर आधारित है। पंजाब केसरी इस प्रकार के किसी भी फ्रॉड की पुष्टि नहीं करता है।