ChatGPT यूज करने के दौरान दिख रहे AD! यूजर्स ने जताई नाराजगी तो जानें Vice-President निक टर्ली ने क्या कहा?
OpenAI Reacts on ChatGPT Ads: सोशल मीडिया पर पिछले कुछ हफ्तों से यह चर्चा देखने को मिल रही थी कि OpenAI अपने चैटबॉट ChatGPT में विज्ञापन दिखाने का प्रयोग कर रहा है। कई यूजर्स ने स्क्रीनशॉट साझा करते हुए दावा किया था कि उन्हें ऐप के अंदर विज्ञापन दिखाई दे रहे हैं। इन दावों को लेकर काफी भ्रम पैदा हो गया था। इसी बीच OpenAI में ChatGPT ऐप के vice-president निक टर्ली ने सामने आकर स्थिति साफ की और इन सभी अटकलों पर रोक लगा दी।
OpenAI Reacts on ChatGPT Ads: Ad Testing की अफवाहों को निक टर्ली ने बताया गलत
निक टर्ली ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ChatGPT के अंदर किसी भी प्रकार का विज्ञापन परीक्षण (Ad Testing) फिलहाल नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें शेयर की जा रही हैं, वे या तो गलत तरीके से बनाई गई हैं या फिर जिन्हें देखकर गलतफहमी पैदा हो गई है। टर्ली के अनुसार कंपनी ने अब तक किसी भी तरह का लाइव विज्ञापन प्लेसमेंट टेस्ट शुरू नहीं किया है। इससे यह साफ हो जाता है कि ChatGPT में अभी विज्ञापन होने की बातें केवल अफवाह थीं।

OpenAI Ad Rumours: भविष्य में विज्ञापनों पर क्या हो सकता है फैसला?
हालांकि टर्ली ने यह भी कहा कि OpenAI भविष्य में विज्ञापनों को लेकर संभावनाओं की जांच कर सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कंपनी किसी समय विज्ञापन जोड़ने की योजना बनाती है, तो यह बड़ी सावधानी और सोच-समझकर किया जाएगा। उनके अनुसार यूज़र्स का विश्वास और उनका अनुभव ही OpenAI की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसलिए अगर आगे चलकर विज्ञापन जोड़ने का कोई निर्णय लिया जाता है, तो वह तभी होगा जब यह उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त और सुरक्षित होगा।

OpenAI Breaks Silence: किसी भी बदलाव से पहले यूजर्स को दी जाएगी जानकारी
निक टर्ली ने अपने बयान में यह भी भरोसा दिलाया कि यदि भविष्य में ChatGPT में किसी प्रकार का बदलाव किया जाता है, खासकर विज्ञापनों से जुड़ा, तो कंपनी सबसे पहले अपने उपयोगकर्ताओं को इसकी जानकारी देगी। इससे यह साफ है कि OpenAI अचानक कोई ऐसा फीचर पेश नहीं करेगा जिससे यूजर्स को असुविधा हो या उनका अनुभव प्रभावित हो। कंपनी के मुताबिक पारदर्शिता बनाए रखना और भरोसा कायम रखना उनकी बड़ी जिम्मेदारी है।

गूगल की Gemini से बढ़ती प्रतिस्पर्धा
इन चर्चाओं के बीच एक और जानकारी सामने आई कि OpenAI ने गूगल के AI मॉडल Gemini की चुनौती को देखते हुए ‘कोड रेड’ घोषित किया है। यानी कंपनी प्रतिस्पर्धा में मजबूत बने रहने के लिए तेज़ी से काम कर रही है। यह कदम दिखाता है कि AI क्षेत्र में मुकाबला लगातार बढ़ रहा है और कंपनियां नए-नए फीचर्स और सुधारों पर तेजी से काम कर रही हैं।
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