ऑपरेशन ब्रह्मा: भारत ने Myanmar में प्रवासी भारतीयों को सहायता प्रदान की
म्यांमार में फंसे भारतीयों की सहायता के लिए भारत का ऑपरेशन ब्रह्मा
म्यांमार में भूकंप के कारण हजारों लोगों की जान चली गई और हजारों घायल हो गए। भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत प्रवासी भारतीयों को जरुरी वस्तुएं देकर सहायता प्रदान की है।
पिछले दिन म्यांमार भूकंप के तेज झटके से पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। म्यांमार में 7.7 की स्पीड से भूकंप आया। जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई और 4 हजार से अधिक लोग घायल हो गए। अब ऐसे में भारत की मोदी सरकार ने Myanmar में रह रहे प्रवासी भारतीयों के लिए ऑपरेशन ब्रह्मा चलाया है। भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत, म्यांमार में प्रवासी भारतीयों को जरुरी वस्तुएं दे कर अपना समर्थन दिया है।
भारतीय दूतावास के अनुसार
म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, म्यांमार में भारतीय राजदूत अभय ठाकुर ने वहां एक सामुदायिक राहत समूह को 15 टन चावल, खाना पकाने का तेल और खाद्य सामग्री सौंपी। इस दौरान मांडले में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने अंबिका मंदिर की रसोई के लिए एक जेनसेट, जल शोधक और खाना पकाने का तेल उपलब्ध कराया, जहां प्रतिदिन 4000 लोगों को भोजन परोसा जाता है।
सेना ने की विज्ञप्ति जारी
सेना की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 9 अप्रैल तक भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल में कुल 1,651 मरीजों का इलाज किया गया है, जिनमें से 281 मरीजों का इलाज अकेले उसी दिन किया गया। अस्पताल ने सात बड़ी और 38 छोटी सर्जरी भी कीं। पिछले शुक्रवार को भारत ने अपनी चल रही मानवीय प्रतिक्रिया के तहत आपदाग्रस्त देश को 442 टन खाद्य सहायता प्रदान की। ऑपरेशन ब्रह्मा के हिस्से के रूप में, भारत ने पहले भी नवीनतम खेप सहित कुल 625 मीट्रिक टन मानवीय राहत सामग्री वितरित की थी।
अल जजीरा के मुताबिक
अल जजीरा के मुताबिक, भूकंप ने बिजली, टेलीफोन और मोबाईल नेटवर्क को बाधित कर दिया और सड़कों और पुलों को नुकसान पहुंचाया। जिससे बर्बादी का आकलन लगाना बहुत मुश्किल हो गया। इस आपदा ने म्यांमार की संकट को और बढ़ा दिया है। म्यांमार में अब ही भी 20 मिलियन लोगों को सहायता की जरुरत है। इसका दावा अलजजीरा ने UN का हवाला देते हुए किया है।
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