French Open 2024: Iga Swiatek ने तीसरी बार जीता फ्रेंच ओपन का खिताब
विश्व की नंबर एक खिलाड़ी Iga Swiatek ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शनिवार को यहां फाइनल में जैस्मीन पाओलिनी को सीधे सेटों में हराकर फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट में लगातार तीसरी बार महिला एकल का खिताब जीता।
HIGHLIGHTS
- French Open 2024 का खिताब Iga Swiatek ने तीसरी बार जीता
- पोलैंड की स्वियातेक ने पाओलिनी को 6-2, 6-1 से पराजित किया
- पाओलिनी के पास हालांकि महिला युगल का खिताब जीतने का मौका
पोलैंड की स्वियातेक ने पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने वाली पाओलिनी को आसानी से 6-2, 6-1 से पराजित किया। स्वियातेक पहले सेट में एक समय 1-2 से पीछे चल रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने लगातार 10 गेम जीते। इससे वह दूसरे सेट में 5-0 से आगे हो गई। पाओलिनी ने दूसरे सेट के छठे गेम में अपनी सर्विस बचाई लेकिन स्वियातेक ने इसके बाद अपनी सर्विस पर आसानी से मैच अपने नाम किया।
स्वियातेक ने मैच के बाद कहा,‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे यह स्थान बहुत पसंद है। मैं हर साल यहां आने की प्रतीक्षा करती हूं।’’ शीर्ष वरीयता प्राप्त स्वियातेक ने इस तरह से फ्रेंच ओपन में अपने विजय अभियान को 21 मैच तक पहुंचा दिया है। रोला गैरां में अब उनका रिकॉर्ड 35-2 हो गया है। जस्टिन हेनिन के बाद पोलैंड की 23 वर्षीय स्वियातेक पहली ऐसी खिलाड़ी हैं जिन्होंने फ्रेंच ओपन में लगातार तीन खिताब जीते। हेनिन ने 2005 से 2007 तक यह कारनामा किया था।
स्वियातेक ने 2020 में भी फ्रेंच ओपन का खिताब जीता था। इसके अलावा उन्होंने 2022 में अमेरिकी ओपन में भी जीत हासिल की थी। इस तरह से ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में उनका रिकॉर्ड 5-0 हो गया है। इटली की 12वीं वरीयता प्राप्त पाओलिनी पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। वह इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया ओपन के चौथे दौर में पहुंचने से पहले किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाई थी।
पाओलिनी ने कहा,‘‘मैं आपको बधाई देती हूं इगा। मुझे लगता है कि आपके खिलाफ यहां खेलना इस खेल की सबसे बड़ी चुनौती है।’’
पाओलिनी के पास हालांकि महिला युगल का खिताब जीतने का मौका है जिसमें उन्होंने सारा ईरानी के साथ जोड़ी बनाई है। रविवार को होने वाले फाइनल में उनका सामना 2023 की अमेरिकी ओपन चैंपियन कोको गॉफ और कैटरीना सिनियाकोवा की जोड़ी से होगा। स्वियातेक ने नाओमी ओसाका के खिलाफ दूसरे दौर में मैच प्वाइंट बचाकर वापसी की थी। इसके बाद उन्होंने हालांकि अगले पांच मैच में एकतरफा जीत दर्ज की। उन्होंने इस बीच केवल 17 गेम गंवाए।
स्वियातेक ने कहा,‘‘मैं दूसरे दौर में टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर थी, इसलिए मेरा समर्थन करने और मेरा उत्साह बढ़ाने के लिए आप सभी का आभार। मुझे भी यह विश्वास करने की जरूरत थी कि यह संभव है। यह वास्तव में बेहद भावनात्मक टूर्नामेंट रहा।’’ फाइनल में पाओलिनी को काफी दर्शकों का समर्थन मिल रहा था। स्वियातेक की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही थी। वह दूसरे गेम में ब्रेक प्वाइंट लेने में नाकाम रही और इसके बाद उन्होंने अपनी सर्विस भी गंवा दी। पोलैंड की खिलाड़ी ने हालांकि अगले गेम में ही पाओलिनी की सर्विस तोड़कर हिसाब बराबर किया और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। स्वियातेक ने इसके बाद पहले सेट के अंतिम 24 अंक में से 20 अंक जीते। दूसरे सेट में भी यही कहानी बरकरार रही और इस तरह से स्वियातेक ने केवल 68 मिनट में ही मैच अपने नाम कर दिया।