Sakshi Malik ने फिर साधा WFI पर निशाना, बोली- राष्ट्रीय प्रतियोगिता का कोई महत्व नहीं
शीर्ष भारतीय पहलवान Sakshi Malik और विनेश फोगाट ने शनिवार को निलंबित भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) पर निशाना साधते हुए कहा कि पुणे में उनके द्वारा आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप का कोई महत्व नही था और इसमें प्रदान किये गये प्रमाण पत्र नकली थे।
HIGHLIGHTS
- Sakshi Malik ने फिर साधा निलंबित WFI पर निशाना।
- WFI ने 29-31 जनवरी तक पुणे में राष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित कराया।
- Sakshi Malik ने कहा इस टूर्नामेंट का कोई महत्व नहीं है।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा गठित तदर्थ संस्था कुश्ती का कामकाज देख रही है। संजय सिंह के नेतृत्व में नवनिर्वाचित डब्ल्यूएफआई को खेल मंत्रालय ने अपने संविधान का उल्लंघन करने के लिए निलंबित कर दिया था। खेल मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय प्रतियोगिता के आयोजन के लिए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बावजूद निलंबित WFI ने 29-31 जनवरी तक पुणे में टूर्नामेंट आयोजित किया। आईओए तदर्थ समिति यहां जयपुर में दो से पांच फरवरी तक राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन कर रही है।
Sakshi Malik ने इस मौके पर कहा कि निलंबित डब्ल्यूएफआई पुणे में राष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित करके सिर्फ अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रही है। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी ने कहा, ‘‘उन्होंने (WFI) एक समानांतर राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित की और फर्जी प्रमाणपत्र बांटे। मैं इसके बारे में ट्वीट करती रही हूं और सबूत भी दिखाए हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘उस राष्ट्रीय प्रतियोगिता का कोई महत्व नहीं है और डब्ल्यूएफआई सिर्फ अपनी ताकत दिखाने का प्रयास कर रहा है। आईओए की तदर्थ समिति और रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (RSPB) ने यहां एक शानदार राष्ट्रीय चैम्पियनशिप आयोजित की है। ’’
2018 एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश ने कहा, ‘‘हम अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश कर रहे हैं, हम एथलीट हैं। हम खुद के लिए और अन्य खिलाड़ियों के लिए सर्वश्रेष्ठ चाहते हैं। डब्ल्यूएफआई ने जो राष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित की, उसका कोई महत्व नहीं है। ’’ उन्होंने मंत्रालय से हस्तक्षेप करने की और निलंबित डब्ल्यूएफआई अधिकारियों को महत्वपूर्ण ओलंपिक वर्ष में चीजों को पेचीदा बनाने से रोकने की मांग की।