Sarabjot Singh Secures Bronge Medal With Manu Bhaker : हरियाणा के एक छोटे से गांव के रहने वाले 13 वर्षीय सरबजोत सिंह ने जब अपने किसान पिता जतिंदर सिंह को बताया कि वह फुटबॉल छोड़कर निशानेबाजी करना चाहता है, तो पिता ने उसे मना किया। निशानेबाजी एक महंगा खेल है और पिता के लिए यह खर्च उठाना मुश्किल था। लेकिन बेटे की लगातार जिद के आगे पिता को हार माननी पड़ी। सरबजोत के पिता ने अपनी सीमित संसाधनों के बावजूद बेटे के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और उनका यह त्याग रंग लाया।
HIGHLIGHTS
पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में सरबजोत ने मनु भाकर के साथ भारत के लिए कांस्य पदक जीता
मनु और सरबजोत ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड क्वालिफिकेशन राउंड में 580 का स्कोर बनाकर तीसरे स्थान पर रहे
फुटबॉल छोड़ बने निशानेबाज
एशियाई खेल (2022) - टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक और मिक्स्ड टीम स्पर्धा में रजत पदक
एशियाई चैंपियनशिप, कोरिया (2023) - 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक और देश के लिए ओलंपिक 2024 कोटा
विश्व कप, भोपाल (2023) - व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक
विश्व कप, बाकू (2023) - मिक्स्ड टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक
जूनियर विश्व कप, सुहल (2022) - टीम स्पर्धा में 1 स्वर्ण पदक और व्यक्तिगत एवं मिक्स्ड टीम स्पर्धा में 2 रजत पदक
जूनियर विश्व चैंपियनशिप, लीमा (2021) - टीम और मिक्स्ड टीम स्पर्धा में 2 स्वर्ण पदक
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