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अपनी नाकामी छुपाने को भाजपा जप रही है कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का नाम - पवन खेड़ा

06:33 PM Sep 26, 2023 IST
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कांग्रेस कह रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के दौरान मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किए गए अच्छे कामों के बारे में बात करने में बहुत व्यस्त हैं। इसलिए इसके बजाय, उन्हें लगता है कि वह भाजपा सरकार द्वारा की गई गलतियों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस पार्टी के बारे में इतनी बातें कर रहे हैं। कांग्रेस ने कहा है कि चुनावी दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास मध्य प्रदेश सरकार की उपलब्धि गिनाने के लिए नहीं है, इसलिए वह भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने के लिए चुनावी सभाओं में बार- बार कांग्रेस का नाम ले रहे हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी ने मध्य प्रदेश में अपने 51 मिनट के चुनावी भाषण में आज 44 बार कांग्रेस का नाम लिया। उनके पास अपनी सरकार की कोई उपलब्धि जनता को बताने के लिए नहीं है,इसलिए बार-बार कांग्रेस का नाम लेकर अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं।

कांग्रेस‘महिला आरक्षण बिल’की विरोधी

उन्होंने कहा,'यह बिल्कुल वैसा ही है जैसा 1966 में बनी फिल्म‘नींद हमारी ख्वाब तुम्हारे’थे। जिस राज्य में 18 साल से भाजपा की सरकार है, वहां 51 मिनट की चुनावी सभा में आप 44 बार कांग्रेस का नाम ले रहे हैं। यह बताता है कि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार की उपलब्धियां‘शून्य’हैं।' प्रवक्ता ने महिला आरक्षण विधेयक को लेकर कांग्रेस पर किए गए मोदी की हमले का जवाब देते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में कहा- कांग्रेस‘महिला आरक्षण बिल’की विरोधी है।

लेकिन देश की राष्ट्रपति नहीं थीं

जब 1989 में राजीव गांधी सरकार महिला आरक्षण बिल लेकर आई, तब अटल बिहारी बाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, राम जेठमलानी, जसवंत सिंह जैसे दिग्गज भाजपा के नेताओं ने राज्यसभा में ये बिल गिरा दिया था।आपको खुद सत्ता में रहते हुए करीब 10 साल होने वाले हैं तो आप महिला आरक्षण बिल क्यों नहीं लाए।आज जब बिल लेकर आए हैं, तो इसे कानून बनने में करीब 10 साल लगेंगे। ये आपकी नीयत है।' उन्होंने मोदी की नीयत पर सवाल उठाए और कहा, 'माफ़ कीजिए प्रधानमंत्री की असलियत उस दिन सामने आ गई जब संसद में फिल्म अभिनेत्रियां आईं थीं लेकिन देश की राष्ट्रपति नहीं थीं।

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