Pahalgam Attack: कलमा पढ़ने के लिए कहा, फिर पिता को मारी गोली; बेटी का दर्द सुनकर कांप जाएंगे
आतंकी हमले में पिता की मौत, बेटी ने सुनाई दिल दहला देने वाली कहानी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए। पुणे के व्यवसायी संतोष जगदाले की बेटी असावरी ने बताया कि आतंकियों ने उसके पिता से इस्लामी आयत पढ़ने को कहा और न पढ़ पाने पर उन्हें गोली मार दी।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 28 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं। मारे गए लोगों के परिजनों का दर्द सुनकर आत्मा तक कांप जाती है। हमले का शिकार हुए पुणे के एक व्यवसायी की 26 वर्षीय बेटी असावरी जगदाले ने आतंकियों की क्रूरता को बयां किया है। उसने बताया कि हमले के दौरान आतंकियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोसा और उसके पिता 56 वर्षीय संतोष जगदाले से इस्लामी आयत पढ़ने को कहा। जब वह इसे नहीं पढ़ पाए तो उन्होंने उन पर गोलियां चला दीं। असावरी ने बताया कि उसे नहीं पता कि उसके पिता और चाचा जीवित हैं या नहीं।
पुलिस की वर्दी पहनकर आए थे आतंकी
पुणे में एचआर प्रोफेशनल असावरी ने फोन पर बताया, ‘हम पांच लोगों का एक समूह थे, जिसमें मेरे माता-पिता भी शामिल थे। हम छुट्टियां बिताने आए थे। हम पहलगाम के पास बैसरन घाटी में मिनी स्विट्जरलैंड नामक जगह पर थे। उसने आगे बताया कि दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हमने स्थानीय पुलिसकर्मियों जैसी पोशाक पहने लोगों की फायरिंग की आवाज सुनी। वे पास की एक पहाड़ी से नीचे आ रहे थे। हम खुद को बचाने के लिए तुरंत पास के एक टेंट में चले गए।
‘चौधरी बाहर आ’
अवसारी ने आगे बताया कि हमें लगा कि आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हो रही है, इसलिए हम सभी खुद को बचाने के लिए जमीन पर लेट गए। आतंकियों का एक समूह पहले पास के टेंट में आया और गोलीबारी शुरू कर दी। फिर वे हमारे टेंट में आए और मेरे पिता को बाहर आने को कहा। आतंकियों ने कहा- चौधरी बाहर आ।
कलमा पढ़ने को कहा
उसने आगे बताया कि इसके बाद आतंकियों ने उन पर प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने का आरोप लगाया और इसके बाद उन्होंने मेरे पिता से एक इस्लामी आयत (कलमा) पढ़ने को कहा। जब वे पढ़ नहीं पाए, तो उन्होंने उन्हें तीन गोलियां मार दीं, एक सिर में, एक कान के पीछे और एक पीठ में। मेरे चाचा मेरे बगल में थे। आतंकियों ने उनकी पीठ में भी चार-पांच गोलियां मारी।
20 मिनट बाद पहुंची सेना
असावरी ने बताया कि आतंकियों ने कई अन्य लोगों को भी गोली मारी। उन्हें, उनकी मां और एक अन्य महिला रिश्तेदार को आतंकियों ने छोड़ दिया। वहां कोई पुलिस या सेना नहीं थी, वे 20 मिनट बाद वहां पहुंचे। आपको बता दें सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। पीएम मोदी और अमित शाह भी सीसीएस की बैठक कर रहे हैं।
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