फवाद खान की फिल्म अबीर गुलाल पर पहलगाम हमले का असर, गाने यूट्यूब से हटाए गए
अबीर गुलाल के गाने यूट्यूब से हटाए गए, पहलगाम हमले का असर
फवाद खान और वाणी कपूर की फिल्म ‘अबीर गुलाल’ विवादों में फंस गई है। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद फिल्म का विरोध तेज हो गया है। मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों के कारण फिल्म की रिलीज़ का विरोध किया है।
पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान और भारतीय अभिनेत्री वाणी कपूर की फिल्म ‘अबीर गुलाल’ भारत में रिलीज़ से पहले ही विवादों में घिर गई है। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई, इस फिल्म का विरोध और तेज़ हो गया है। फवाद खान, जो 2016 में ‘ऐ दिल है मुश्किल’ के बाद से बॉलीवुड से दूर थे, ‘अबीर गुलाल’ के माध्यम से वापसी करने वाले थे। इस फिल्म में उनके साथ वाणी कपूर मुख्य भूमिका में हैं। हालांकि, फिल्म के टीज़र रिलीज़ होते ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने इसका विरोध शुरू कर दिया था और नेता अमेय खोपकर ने स्पष्ट किया कि वे महाराष्ट्र में इस फिल्म की रिलीज़ नहीं होने देंगे, क्योंकि इसमें पाकिस्तानी कलाकार हैं।
फिल्म ‘अभिर गुलाल’ पर संकट
पहलगाम हमले के बाद, फवाद खान ने सोशल मिडिया पर एक पोस्ट भी जारी किया थी, जिसमें उन्होंने पहलगाम पर हुए हमले के उपर शोक व्यक्त किया था, जहां एक तरफ फवाद खान को बॉयकोट करने के लिए हंगामा मचा हुआ था वहीं, अब फिल्म ‘अबीर गुलाल’ के गाने ‘खुदाया इश्क’ और ‘अंग्रेजी रंगरसिया’ यूट्यूब इंडिया से हटा दिए गए हैं। ये गाने प्रोडक्शन हाउस ‘ए रिचर लेंस एंटरटेनमेंट’ के चैनल पर अपलोड किए गए थे, लेकिन अब भारतीय दर्शकों के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
यूट्यूब इंडिया से हटाए गए गाने
संगीत लेबल सारेगामा ने भी अपने यूट्यूब चैनल से इन गानों को हटा दिया है। 2023 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने की याचिका को खारिज कर दिया था, जिससे फवाद खान जैसे कलाकारों के लिए बॉलीवुड में वापसी का रास्ता खुला था। हालांकि, पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न जनभावनाओं के चलते ‘अबीर गुलाल’ की रिलीज़ पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। भारतीय फिल्म और टेलीविजन निर्देशक संघ (IFTDA) के अध्यक्ष अशोक पंडित ने भी फवाद खान की बॉलीवुड में वापसी का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में काम करने की अनुमति देना “राष्ट्रीय हितों के प्रति असंवेदनशील” है।
‘अबीर गुलाल’ की रिलीज़ 9 मई 2025 को निर्धारित थी, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इसकी रिलीज़ पर अनिश्चितता बनी हुई है। सरकार और संबंधित संस्थाओं की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। ‘अबीर गुलाल’ की रिलीज़ पर उत्पन्न विवाद ने एक बार फिर भारत में पाकिस्तानी कलाकारों की भागीदारी पर बहस छेड़ दी है। जहां एक ओर कला और संस्कृति को सीमाओं से परे माना जाता है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय सुरक्षा और जनभावनाओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आने वाले दिनों में देखना होगा कि यह फिल्म भारत में रिलीज़ हो पाती है या नहीं।