Pahalgam Attack: प्रियंका चतुर्वेदी का दावा - POK भारत का हिस्सा न होने तक हमले होते रहेंगे
Pahalgam Attack: प्रियंका चतुर्वेदी ने POK को लेकर जताई चिंता
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। इस हमले में कई निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए। घटना के बाद शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) भारत का हिस्सा नहीं बनता, पाकिस्तान आतंकवाद के अड्डे के रूप में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखेगा और ऐसे हमले करता रहेगा। चतुर्वेदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा – “मैं यह पूरी जिम्मेदारी के साथ कहती हूं कि इस असामान्यता को अब संबोधित करने का समय आ गया है।” यह बयान उस वक्त आया है जब देश आतंकवाद के खिलाफ एक बार फिर एकजुट दिखाई दे रहा है।
चतुर्वेदी का बयान – POK पर कब्ज़ा ज़रूरी
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जब तक POK भारत में शामिल नहीं होता, पाकिस्तान ऐसे हमलों के जरिए आतंक फैलाता रहेगा। उन्होंने इसे भारत की सुरक्षा और स्थिरता के लिए एक ‘असामान्यता’ बताया और सरकार से इस दिशा में ठोस कार्रवाई की मांग की।
हमले की ज़िम्मेदारी TRF ने ली, लश्कर का कनेक्शन
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस हमले की ज़िम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, जो पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक मुखौटा संगठन माना जाता है। TRF ने इससे पहले भी घाटी में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया है।
अमित शाह का दौरा, सुरक्षा हालात की समीक्षा
गृहमंत्री अमित शाह ने हमले के बाद तत्काल स्थिति का जायजा लेने के लिए पहलगाम का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों और सुरक्षाबलों से बातचीत कर ग्राउंड रिपोर्ट ली और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश दिए।
Pahalgam Attack: आज कश्मीर बंद , Indian Army अलर्ट पर
एनआईए जांच में जुटी, फॉरेंसिक सबूत जुटाए जा रहे
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम, जिसमें डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल स्तर के अधिकारी शामिल हैं, हमले की जांच के लिए बाइसारन पहुंची है। टीम फॉरेंसिक सबूत जुटा रही है और जम्मू-कश्मीर पुलिस को तकनीकी सहायता दे रही है। यह हमला अनंतनाग ज़िले के पहलगाम कस्बे से करीब 5 किलोमीटर दूर बाइसारन घास के मैदान में हुआ, जहां पर्यटकों का एक समूह ठहरा हुआ था। आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर कई लोगों की जान ले ली। इस हमले ने एक बार फिर दिखाया है कि घाटी में आतंक की जड़ें अब भी गहरी हैं, और पाकिस्तान-प्रायोजित संगठनों की सक्रियता भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर एक सीधा हमला है।