Pahalgam Terror Attack: उड्डयन मंत्री ने श्रीनगर से चार विशेष उड़ानों का ऐलान किया
श्रीनगर से दिल्ली-मुंबई के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने श्रीनगर से चार विशेष उड़ानों की घोषणा की है, ताकि प्रभावित पर्यटकों और पीड़ितों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मंत्री ने एयरलाइनों को सर्ज प्राइसिंग के खिलाफ सख्त सलाह जारी की है और नियमित किराया स्तर बनाए रखने का निर्देश दिया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने प्रभावित पर्यटकों और पीड़ितों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं। मंत्री ने व्यक्तिगत रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की और संबंधित अधिकारियों के साथ निकट समन्वय में काम करते हुए चौबीसों घंटे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। तत्काल राहत उपायों के हिस्से के रूप में श्रीनगर से चार विशेष उड़ानों (दो दिल्ली और दो मुंबई के लिए) की व्यवस्था की गई है। अतिरिक्त उड़ानों को स्टैंडबाय पर रखा गया है ताकि निकासी की आगे की जरूरतों को पूरा किया जा सके। राम मोहन नायडू ने सभी एयरलाइन ऑपरेटरों के साथ एक तत्काल बैठक की और सर्ज प्राइसिंग के खिलाफ सख्त सलाह जारी की। एयरलाइनों को नियमित किराया स्तर बनाए रखने का निर्देश दिया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस संवेदनशील समय में किसी भी यात्री पर बोझ न पड़े।
पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की मौत, नौसेना अधिकारी भी शामिल
उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री से बात की और पर्यटकों की सुरक्षित वापसी तथा राज्य अधिकारियों के साथ समन्वय के लिए पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। मंत्री ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू से भी बात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद, कश्मीर में फंसे तेलुगु लोगों की सुरक्षित वापसी में सहायता और समन्वय के लिए दिल्ली स्थित आंध्र भवन में एक विशेष सहायता डेस्क स्थापित की गई है। आंध्र प्रदेश भवन (नई दिल्ली) में सहायता या जानकारी की आवश्यकता वाले पर्यटकों के लिए आपातकालीन सहायता डेस्क स्थापित की गई है। पहलगाम आतंकी घटना के बारे में जानकारी या सहायता के लिए पर्यटक 9818395787 या 01123387089 पर संपर्क कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, राम मोहन नायडू ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिया है कि वे राज्य सरकारों और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते हुए, मृतक व्यक्तियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने में पूरा सहयोग करें। नागरिक उड्डयन मंत्रालय पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।