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पाक एक्ट्रेस सबा कमर पर लगा था मस्जिद अपवित्र करने का आरोप, अब पाकिस्तानी कोर्ट दी क्लीन चिट?

बॉलीवुड फिल्म ‘हिंदी मीडियम’ में नज़र आई पाकिस्तानी एक्ट्रेस सबा कमर पिछले कुछ वक़्त से एक केस में फंसी हुई थी। उनपर पाकिस्तान की आवाम ने संगीन आरोप लगाया था जिसके बाद मस्जिद वज़ीर खान को कथित रूप से अपवित्र करने के आरोप में FIR दर्ज की थी।

11:43 AM May 10, 2022 IST | Desk Team

बॉलीवुड फिल्म ‘हिंदी मीडियम’ में नज़र आई पाकिस्तानी एक्ट्रेस सबा कमर पिछले कुछ वक़्त से एक केस में फंसी हुई थी। उनपर पाकिस्तान की आवाम ने संगीन आरोप लगाया था जिसके बाद मस्जिद वज़ीर खान को कथित रूप से अपवित्र करने के आरोप में FIR दर्ज की थी।

बॉलीवुड फिल्म ‘हिंदी मीडियम’ में नज़र आई पाकिस्तानी एक्ट्रेस सबा कमर पिछले कुछ वक़्त से एक केस में फंसी हुई थी। उनपर पाकिस्तान की आवाम ने संगीन आरोप लगाया था जिसके बाद एक्ट्रेस के लिए एक बड़ा मसला खड़ा हो गया था। दरअसल, सबा कमर पर पाकिस्तान की एक ऐतिहासिक मस्जिद में एक डांस वीडियो शूट करने का आरोप था। पुलिस ने सबा कमर और गायक बिलाल सईद के खिलाफ 2020 में लाहौर में मस्जिद वज़ीर खान को कथित रूप से अपवित्र करने के आरोप में FIR दर्ज की थी। 
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जिसके बाद एक्ट्रेस के साथ-साथ सईद के खिलाफ भी लाहौर की मजिस्ट्रेट अदालत ने जमानती वारंट जारी किए थे। इस मामले में पंजाब सरकार ने मस्जिद की पवित्रता के उल्लंघन के मामले में दो वरिष्ठ अधिकारियों को भी बर्खास्त कर दिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों कलाकारों ने एक डांस वीडियो बनाकर मस्जिद की पवित्रता को रौंदा था। इसके बाद पाकिस्तान के लोगों में आक्रोश फैल गया था। सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस को लताड़ा गया, हालांकि इस पूरे मामले के बाद सबा और सईद ने माफी भी मांगी थी।
वही अब पाकिस्तान की एक अदालत ने सोमवार को सबा कमर को इस मामले में क्लीन चिट दे दी है। लाहौर के एडिशनल सेशंस जज ने अपने आठ पन्नों के फैसले में सबा कमर और गायक बिलाल सईद को आरोपों से मुक्त कर दिया।  
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा, ‘जांच अधिकारी को ऐसा कोई सबूच नहीं मिला जो संकेत दे कि सबा कमर और बिलाल सईद ने इबादत स्थल को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया, उसे अपवित्र किया या अनादर किया।’ बल्कि, वे कलाकार होने के नाते औकाफ विभाग और धार्मिक मामलों के विभाग, पंजाब सरकार, लाहौर से अनुमति लेकर शूटिंग में शामिल हुए।’ जांचकर्ता शूटिंग के दौरान मस्जिद में बजाए गए किसी वाद्ययंत्र को पेश करने में भी विफल रहे। 
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