Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

पाकिस्तान-चीन की उड़ेगी नींद, Indian Air Force के बेड़े में जल्द शामिल होगा ये खतरनाक हथियार

Indian Air Force के बेड़े में शामिल होगा ये खतरनाक हथियार

02:25 AM Jun 10, 2025 IST | Amit Kumar

Indian Air Force के बेड़े में शामिल होगा ये खतरनाक हथियार

पाकिस्तान और चीन से लगातार बढ़ते सैन्य खतरों के मद्देनज़र, भारत को अपनी वायुसीमा की सुरक्षा और निगरानी क्षमताओं को सशक्त बनाना आवश्यक हो गया है. मई में पाकिस्तानी वायुसेना ने चीन के फाइटर जेट्स के साथ मिलकर भारत की वायुसीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी

Indian Air Force: भारत अपनी वायुसेना की ताकत को और बढ़ाने के लिए एक अहम कदम उठा रहा है. जल्द ही भारतीय वायुसेना को I-STAR (Intelligence, Surveillance, Target Acquisition, and Reconnaissance) नामक अत्याधुनिक जासूसी विमान मिलने वाला है. इन विमानों का उद्देश्य दुश्मन की गतिविधियों पर निगरानी रखना और आवश्यकता पड़ने पर सटीक हमले करना है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान और चीन से लगातार बढ़ते सैन्य खतरों के मद्देनज़र, भारत को अपनी वायुसीमा की सुरक्षा और निगरानी क्षमताओं को सशक्त बनाना आवश्यक हो गया है. मई में पाकिस्तानी वायुसेना ने चीन के फाइटर जेट्स के साथ मिलकर भारत की वायुसीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी, जिससे भारत को अपनी जासूसी और रीकॉन क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता महसूस हुई है.

10,000 करोड़ रुपए की योजना

भारत सरकार I-स्टार परियोजना के तहत तीन जासूसी विमान खरीदने की योजना बना रही है, जिसकी लागत लगभग 10,000 करोड़ रुपए (लगभग 1.2 बिलियन डॉलर) है. इस सौदे के लिए अमेरिकी कंपनी बोइंग और कनाडा की बॉम्बार्डियर से बातचीत चल रही है. हालांकि, इस डील को रक्षा मंत्रालय की मंजूरी मिलनी बाकी है.

स्वदेशी सेंसर्स का उपयोग

I-स्टार विमानों में लगे सेंसर्स पूरी तरह से भारतीय तकनीक से विकसित होंगे. इन सेंसर्स को डीआरडीओ के तहत आने वाले CABS (Centre for Airborne Systems) ने तैयार किया है. ये सेंसर्स दुश्मन के रडार, मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम और कमांड पोस्ट को दूर से ही पहचानने में सक्षम हैं.

I-STAR विमान की विशेषताएं

I-स्टार विमान ऊंचाई पर उड़ते हुए दुश्मन की जमीनी गतिविधियों की सटीक जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं. इससे वायुसेना को दूर से ही सटीक हमले करने और दुश्मन की योजनाओं को नाकाम करने में मदद मिलेगी. ये विमान भारत की ‘स्टैंड-ऑफ अटैक’ रणनीति को भी मजबूती प्रदान करेंगे.

Advertisement

“अगर वे पाकिस्तान में बहुत अंदर हैं, तो हम पाकिस्तान में बहुत अंदर जाएंगे”, जयशंकर

वायुसेना का आधुनिकीकरण

I-स्टार विमान के अलावा, भारत ने अपनी वायुसेना को मजबूत करने के लिए कई अन्य कदम उठाए हैं. इनमें 26 राफेल लड़ाकू विमानों का 7 बिलियन डॉलर का सौदा, अमेरिका से 470 मिलियन डॉलर में MQ-9B ड्रोन की खरीद, और 4.6 बिलियन डॉलर की इमरजेंसी डिफेंस खरीद शामिल हैं. इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली और स्टील्थ तकनीक पर भी काम तेज़ी से चल रहा है.

Advertisement
Next Article