Pakistan सेना की बलूचिस्तान में क्रूरता, Human Rights दी चेतावनी
Pakistan के बलूचिस्तान में एक बार फिर मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला सामने आया है। मानवाधिकार संगठन 'पांक' (Paank) ने दावा किया है कि पाकिस्तान की सेना ने एक 10 वर्षीय बच्चे हासिल बलूच का अपहरण किया है। यह घटना जाहू जीलाग इलाके में स्थित एक सैन्य कैंप से जुड़ी हुई है। Human Rights Group का कहना है कि यह एक चिंताजनक ट्रेंड का हिस्सा है जहां बच्चों को भी सेना के निशाने पर लिया जा रहा है।
June 2025 – Balochistan Human Rights Update:
95 people were forcibly disappeared.
Among them:
⭕️ 78 are still missing
⭕️ 8 were released after being brutally tortured
⭕️ 9 were killed while in custody67 people were killed in total during the month, including 66 men and 1… pic.twitter.com/OYBzIycBGe
— HR Council of Balochistan (@HRCBalochistan) July 21, 2025
ताजा उदाहरण
Pakistan, 'पांक' ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के Frontier Corps (FC) ने 20 जुलाई को 10 साल के मासूम हासिल बलूच को अगवा कर लिया। इससे कुछ दिन पहले, 16 जुलाई को इसी परिवार से 16 वर्षीय हमीद बलूच को भी उसके घर से उठाया गया था। 21 जुलाई को हमीद का शव उसी इलाके से बरामद हुआ, जो गोलियों से छलनी था। इस तरह के Forced Disappearance और extra-judicial killing का सिलसिला बलूचिस्तान में लगातार देखा जा रहा है।
Pakistan: Minor Killing का दर्दनाक मामला भी सामने आया
Pakistan: 'पांक' ने यह भी बताया कि 18 जुलाई को 12 साल के कंबर असलम की भी FC द्वारा हत्या कर दी गई। कंबर एक गरीब किसान परिवार से था और खेत में प्याज बोने के लिए जा रहा था। इसी दौरान FC की पेट्रोलिंग टीम ने उसे गोली मार दी। Human Rights Group के अनुसार यह मामला बताता है कि किस तरह बलूचिस्तान में निर्दोष और निहत्थे बच्चों तक को नहीं बख्शा जा रहा है।
Pakistan Army पर Accountability का सवाल
Pakistan: 'पांक' का कहना है कि बलूचिस्तान में सेना की यह बर्बरता International Humanitarian Laws का खुला उल्लंघन है। बच्चों को निशाना बनाना War Crime की श्रेणी में आता है। संगठन ने Pakistan सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि हासिल बलूच को तुरंत सुरक्षित रिहा किया जाए और कंबर असलम की हत्या की निष्पक्ष जांच हो। साथ ही दोषियों को सख्त सजा दी जाए ताकि सेना के ऊपर Accountability सुनिश्चित हो।
Pakistan: International Community से हस्तक्षेप की मांग
'पांक' ने International Community से भी अपील की है कि वे पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन पर अपनी चुप्पी तोड़ें। संगठन का कहना है कि बलूच लोगों के Human Rights की रक्षा के लिए Global Support की सख्त जरूरत है। मानवाधिकार संस्था ने कहा कि Pakistan सेना की Brutality को दुनिया के सामने लाना बेहद जरूरी है ताकि बलूच नागरिकों को Insaf मिल सके।
Pakistan के बलूचिस्तान में ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं लेकिन International Media और Organizations की चुप्पी से पाकिस्तान सरकार और सेना को हौसला मिलता है। Human Rights Group ने बलूच बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया है।
भारत समेत अन्य देशों में भी इन घटनाओं की निंदा की जा रही है और International Pressure बनाने की अपील की जा रही है। बलूच लोगों के लिए आज सबसे बड़ी जरूरत उनके जीवन, सम्मान और भविष्य की रक्षा करना है।
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बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सोमवार दोपहर करीब 1:30 बजे एक बड़ा हादसा हुआ। इस हादसे में बांग्लादेश एयरफोर्स का F-7BGI मल्टीरोल फाइटर विमान उत्तरा इलाके में माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज की इमारत पर जा गिरा. इस दुर्घटना में 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 170 से अधिक लोग घायल हुए हैं। डॉक्टरों के अनुसार, 25 लोगों की हालत गंभीर है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। यह हादसा बांग्लादेश के एविएशन इतिहास का अब तक का सबसे भयानक हादसा बताया जा रहा है। हादसे के समय स्कूल की इमारत में काफी बच्चे और शिक्षक मौजूद थे, जिससे मरने वालों में बड़ी संख्या में बच्चे शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, Bangladesh के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने इस घटना पर गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा, “यह एक ऐसी त्रासदी है, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। पूरा देश सदमे में है।” यूनुस ने अस्पतालों में भीड़ न लगाने की अपील की ताकि घायलों का इलाज सही तरीके से किया जा सके।
जांच का भरोसा