आतंकियों को राजकीय सम्मान देता है Pakistan, भारत के ब्रिटिश उच्चायुक्त ने खोली पोल पट्टी
पाकिस्तान के आतंकियों को मिल रहा राजकीय सम्मान
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए बताया कि पाकिस्तान आतंकवादियों को राजकीय सम्मान देता है। उन्होंने SKY News को इंटरव्यू में पाकिस्तान की सैन्य तंत्र के आतंकवाद को संरक्षण देने के सबूत पेश किए। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों पर हमला कर जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को नष्ट किया।
इन दिनों भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है। भारतीय सेना दुश्मनों को मुहतोड़ जवाब दे रही है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं की तरफ से जवाबी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर जारी है। अब ऐसी स्थिति में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने पाकिस्तान की पोल खोल दी है। दोनों राजदूतों ने दुनिया के सामने पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को प्रायोजित करने के ठोस और प्रत्यक्ष सबूत पेश किए हैं।
पाकिस्तान की लगाई क्लास
ब्रिटिश न्यूज़ चैनल SKY News को दिए इंटरव्यू में विक्रम दोरईस्वामी ने एक बड़ी सी फोटो दिखते हुए कहा कि पाकिस्तान न केबल आतंकवादियों को पनाह देता है बल्कि उन्हें राजकीय सम्मान भी देता है. तस्वीर में पाकिस्तानी आर्मी की वर्दी में अधिकारी हाफिज अब्दुर रऊफ के पीछे खड़े दिख रहा है। बता दें कि अमेरिका ने आतंकवादी रऊफ पर बैन लगा रखा है। इसके साथ-साथ जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का सगा भाई है। वह आतंवादियों के जनाजे में शामिल होने पहुंचा था, जिसे भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए मार गिराया था। सबूत के तौर पर उन्होंने आगे बताया कि तस्वीर में आतंकियों के शव में पाक का झंडा भी लिपटा हुआ था.”
कई आतंकी ठिकाना ध्वस्त
दोरईस्वामी ने आगे कहा, ”जब आप आतंकवादियों को राज्य स्तरीय सम्मान देते हैं, तो यह आपके सिस्टम के बारे में सब कुछ बयां करता है।” उन्होंने कहा कि यह तस्वीर इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान का सैन्य तंत्र खुद आतंकवाद को संरक्षण देता है और इसे अपनी रणनीति का हिस्सा मानता है। इस इंटरव्यू से पहले भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई ठिकानों पर हवाई हमले किए थे. इस हमले में आतंकी जैश-ए-मोहम्मद का बाहावलपुर स्थित मुख्यालय भी तबाह हुआ था, जहां रऊफ अजहर मारा गया. BJP ने रऊफ की तस्वीर पर “eliminated” की मोहर लगाते हुए इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।
न्यायोचित कार्रवाई
दूसरी तरफ, अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा ने इंटरनेशनल मीडिया से बात करते हुए पाकिस्तान और POK में आतंकियों के खिलाफ भारत की कार्रवाई को सही बताया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत ने आतंकियों के खिलाफ जो भी कार्रवाई की है, वह 100% सही और न्यायोचित है। भारत ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया है। भारत ने अपने निर्दोष नागरिकों की हत्या के खिलाफ यह जवाबी कार्रवाई की है। उन्होंने आगे कहा कि आतंकियों ने इन निर्दोष लोगों के उनके बच्चों और पत्नियों के सामने हत्या कर दी, यह किसी मानवता विरोधी कृत्य का सीधा जवाब मिला है।
पूरी दुनिया का मुद्दा होना चाहिए आतंकवाद
उन्होंने आगे कहा, भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है, ऐसे में यह सिर्फ भारत का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का मुद्दा होना चाहिए। दुनिया को साफ तौर पर पाकिस्तान को बताना चाहिए कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद कर दें। पाकिस्तान का जवाबी हमला यह दिखा रहा है कि वह आज भी आतंकवाद के साथ खड़ा है।”
अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग हास्यास्पद
पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग हास्यास्पद है, क्योंकि 2016 में पठानकोट हमले के बाद जब भारत ने पाकिस्तानी जांचकर्ताओं को वायुसेना अड्डे तक पहुंचने की अनुमति दी थी, तब पाकिस्तान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। इसी तरह, 2008 के मुंबई हमलों में भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए मजबूत सबूतों को या तो नजरअंदाज कर दिया गया।
भारत को शांति के लिए पहला कदम उठाना चाहिए: महबूबा मुफ्ती