कानपुरिया अंदाज में PAK को चेताया, दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा: PM मोदी
स्वदेशी हथियारों से आतंक पर प्रहार: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर में 47,600 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सेना की शक्ति और ‘मेक इन इंडिया’ की ताकत का प्रदर्शन किया। भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है और आतंक के खिलाफ तीन स्पष्ट सूत्र तय किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कानपुर में 47,600 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “हमारी बहनों का आक्रोश ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में दुनिया ने देखा है। हमने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के ठिकाने तबाह कर दिए। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम किया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ाकर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। मैं फिर से कहना चाहता हूं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था, वह धोखे में न रहे, अभी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों और ‘मेक इन इंडिया’ की ताकत भी देखी है। हमारे भारतीय हथियारों और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है। जहां टारगेट तय किया, वहां धमाके किए। यह ताकत हमें ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प से मिली है। एक समय था, जब भारत सैन्य जरूरतों के लिए, अपनी रक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था। हमने उन हालातों को बदलने की शुरुआत की। भारत अपनी रक्षा जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर हो, यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिए तो जरूरी है ही, यह देश के आत्मसम्मान के लिए भी उतना ही जरूरी है। हमने देश को उस निर्भरता से आजादी दिलाने के लिए ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान चलाया।
हर आतंकी हमले का जवाब कठोरता और तत्परता से देना PM मोदी की नीति: अमित शाह
उन्होंने कहा कि भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं। पहला, भारत हर आतंकवादी हमले का करारा जवाब देगा। उसका समय, तरीका और शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी। दूसरा, भारत अब परमाणु बम की गीदड़भभकी से नहीं डरेगा और न ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा। तीसरा, आतंक के आका और आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा।
उन्होंने कहा कि कानपुर में विकास का यह कार्यक्रम 24 अप्रैल को होने वाला था। लेकिन, पहलगाम हमले के कारण उन्हें वह दौरा रद्द करना पड़ा था। उन्होंने कहा, “पहलगाम के कायराना हमले में हमारे कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी भी बर्बरता का शिकार हुए। बेटी की वह पीड़ा, वह कष्ट और भीतर का आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। पाकिस्तान का स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर का खेल अब चलने वाला नहीं है। अगर मैं सीधे-सीधे कानपुरिया में कहूं तो दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा।”