ईरान-इजरायल की जंग में पाकिस्तान की एंट्री, फफक कर रोने लगे PM शहबाज
PM शहबाज की एंट्री
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव में पाकिस्तान की एंट्री हो गई है। पाक पीएम शहबाज शरीफ ने इजरायल के हमले की कड़ी निंदा की और इसे गैरजिम्मेदाराना करार दिया। उन्होंने कहा कि यह हमला क्षेत्र में अशांति फैलाने वाला है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे शांति को खतरे में डालने वाली गतिविधियों को रोकें।
इजरायल ने ईरान पर शुक्रवार सुबह हवाई हमला किया। इसके बाद ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। इजरायल डिफेंस फ़ोर्स ने ईरान के दिग्गज सैन्य कमांडर्स को मार गिराने का दावा भी किया है। इजरायल और ईरान की लड़ाई में अब पाकिस्तान की एंट्री हुई है। पाक पीएम शहबाज शरीफ ने इजरायल की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है।
पीएम शहबाज ने क्या लिखा?
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने एक्स पर लिखा,”मै ईरान पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इस हमले में मारे गए ईरानी लोगों के लिए गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। यह बेहद गैरजिम्मेदाराना और चिंताजनक कृत्य है. पहले से ही अशांति फैली हुई क्षेत्र में अशांति फ़ैलाने का खतरा है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र से अपील करते हैं कि वे वैश्विक शांति को खतरे में डालने वाली किसी भी तरह की गतिविधि को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएँ.”
बता दें कि ईरान पर हमले के बाद इजरायल के अस्पतालों ने अंडरग्राउंड वार्ड तैयार किया है। इस बीच इजरायल डिफेंस फोर्स ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है। IDF ने लिखा, “अब हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ़ स्टाफ, IRCG के कमांडर और ईरान के इमरजेंसी कमांडर सभी 200 से अधिक लड़ाकू विमानों के ईरान में किए गए इजरायली हमलों में मारे गए.”
ईरान भी दागे 100 से अधिक ड्रोन
बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल पर पिछले कुछ घंटों में 100 से अधिक ड्रोन दागे हैं। इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने इसकी जानकारी दी है. इजरायल के 200 से अधिक फाइटर जेट्स ने ईरान में लगभग 100 जगहों पर तबाही मचाई। इस हमले में ईरान के कई परमाणु ठिकाने बर्बाद हो गए। ईरान के कई वैज्ञानिक मारे गए।
ईरान ने अमेरिका पर लगाया आरोप
ईरान ने अमेरिकी सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाया है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका की सहमति और सहयोग के बिना ऐसी आक्रामक कार्रवाई संभव नहीं थी। ऐसे में इन “खतरनाक नतीजों” के लिए भी अमेरिका को ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
अमेरिका ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस से जारी एक बयान में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, “इजराइल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की है। हम किसी भी तरह से ईरान के खिलाफ हमलों में शामिल नहीं हैं और हमारी प्राथमिकता केवल क्षेत्र में अमेरिकी सेना की रक्षा करना है। इजराइल ने हमें बताया कि यह कार्रवाई उनकी आत्मरक्षा के लिए जरूरी थी। राष्ट्रपति और प्रशासन ने सेना की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।”