पंत को कप्तानी छोड़ बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह
गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान देने की पंत को दी सलाह
भारत के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को अब भारतीय क्रिकेट टीम के नए नेतृत्व समूह का हिस्सा माना जाता है। विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद, पंत और शुभमन गिल को टीम की कमान सौंपी गई है। हालांकि, पंत की हालिया फॉर्म में निरंतरता की कमी देखी गई है, जिससे उनके प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं।दिल्ली कैपिटल्स के नए हेड कोच हेमांग बदानी ने पंत को सलाह दी है कि वे कप्तानी और उपकप्तानी की जिम्मेदारियों से हटकर अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करें। बदानी का मानना है कि पंत को अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली को बनाए रखना चाहिए, जो उनके लिए सफल रही है। उन्होंने कहा, “ऋषभ को अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहिए और कप्तानी की जिम्मेदारियों को कम करना चाहिए।”
बदानी ने पंत की आक्रामक बल्लेबाजी शैली की सराहना की और कहा कि यह उनके खेल का अभिन्न हिस्सा है। उनका मानना है कि पंत को अपनी शैली में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए कारगर रही है।हालांकि, पंत की कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही है, जिससे उनके नेतृत्व कौशल पर सवाल उठे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि पंत को हेमांग बदानी के कोच बनने से आपत्ति थी, क्योंकि उन्हें लगता था कि उनकी भूमिका सीमित हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप, पंत ने दिल्ली कैपिटल्स को छोड़ने का निर्णय लिया।
ऋषभ पंत की बल्लेबाजी शैली में सुधार की आवश्यकता है, विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में। गौतम गंभीर, जो स्वयं एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कप्तान हैं, ने पंत को सलाह दी है कि वे टेस्ट क्रिकेट पर अधिक ध्यान केंद्रित करें और सफेद गेंद क्रिकेट में अपनी भूमिका पर पुनर्विचार करें। गंभीर का मानना है कि पंत को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करने के लिए समय और अवसर मिलना चाहिए।ऋषभ पंत की कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही है, जिससे उनके नेतृत्व कौशल पर सवाल उठे हैं।
हालांकि, पंत की आक्रामक बल्लेबाजी शैली को लेकर कोच और विशेषज्ञ सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं। अब यह देखना होगा कि पंत अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करके टीम के लिए सफलता प्राप्त कर पाते हैं या नहीं।