पटना : गेसिंग रैकेट का भंडाफोड़, कैश, पर्चियां और वॉकी-टॉकी समेत 17 लोग गिरफ्तार
बिहार की राजधानी पटना में अवैध गेसिंग के धंधे का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। पीरबहोर थाना क्षेत्र के सब्जीबाग चंबलघाटी इलाके में संचालित हो रहे इस रैकेट पर पुलिस ने छापेमारी कर गेसिंग संचालक सहित कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया। मामले की पुष्टि करते हुए पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा ने बताया कि गेसिंग गिरोह के सदस्य पुलिस पर नजर रखने के लिए वॉकी-टॉकी जैसे वायरलेस उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे थे, ताकि समय रहते अलर्ट हो सकें। एसपी दीक्षा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि सब्जीबाग के चंबलघाटी इलाके में गेसिंग का खेल चल रहा है। सूचना की पुष्टि के लिए एसडीपीओ टाउन के निर्देश पर पीरबहोर थाने की एक विशेष टीम गठित की गई।
गेसिंग चार्ट, पर्चियां, और वॉकी-टॉकी बरामद
छापेमारी के दौरान गेसिंग खेल रहे और खिलवा रहे कुल 16 लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। मौके से दो गेसिंग चार्ट, बड़ी संख्या में कटे हुए गेसिंग कूपन, कैलकुलेटर और करीब 20 हजार नकद रुपए भी बरामद हुए। मुख्य संचालक मोहम्मद सैफुल्लाह को भी मौके से गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से नकदी और कूपन बरामद हुए हैं। ऐसे में अब तक कुल 17 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस जांच में सामने आया कि इस अवैध रैकेट का एक और मास्टरमाइंड मोहम्मद राशिद भी है, जो सब्जीबाग का ही निवासी है। जब पुलिस टीम उसके घर पहुंची, तो वह पहले ही फरार हो चुका था।
मास्टरमाइंड मौके से फरार
हालांकि, उसके घर की तलाशी में पुलिस को गेसिंग चार्ट, पर्चियां, डेली हिसाब की पंजी, तीन वॉकी-टॉकी सेट, चार्जर और करीब 90 हजार रुपए नकद बरामद हुए। इसके साथ ही चार जिंदा कारतूस भी पुलिस ने जब्त किए, जिस पर आर्म्स एक्ट के तहत एक अलग मामला दर्ज किया गया है। एसपी दीक्षा ने बताया कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि आरोपी पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल कर रहे थे। साथ ही, गेसिंग से जुड़े कार्यों में आपसी समन्वय बनाए रखने के लिए भी यह उपकरण प्रयोग में लाए जा रहे थे।
फिलहाल पुलिस की टीमें फरार आरोपी मोहम्मद राशिद की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं। कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और आगे की जांच जारी है।