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मुनव्वर फारूकी के समर्थन में उतरे 100 से अधिक कलाकार, उठाई आरोप ख़ारिज करने की मांग

अरुंधति रॉय, कुणाल कामरा, पूजा भट्ट और कल्कि कोचलिन सहित 100 से अधिक कलाकारों और लेखकों ने हास्य कलाकार मुनव्वर फारूकी और चार अन्य के खिलाफ कथित तौर धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में लगे सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज करने की मांग की है ।

04:53 PM Feb 12, 2021 IST | Ujjwal Jain

अरुंधति रॉय, कुणाल कामरा, पूजा भट्ट और कल्कि कोचलिन सहित 100 से अधिक कलाकारों और लेखकों ने हास्य कलाकार मुनव्वर फारूकी और चार अन्य के खिलाफ कथित तौर धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में लगे सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज करने की मांग की है ।

मुनव्वर फारूकी के समर्थन में उतरे 100 से अधिक कलाकार  उठाई आरोप ख़ारिज करने की मांग
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अरुंधति रॉय, कुणाल कामरा, पूजा भट्ट और कल्कि कोचलिन सहित 100 से अधिक कलाकारों और लेखकों ने हास्य कलाकार मुनव्वर फारूकी और चार अन्य के खिलाफ कथित तौर धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में लगे सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज करने की मांग की है ।
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गौरतलब है कि इंदौर के एक कैफे में एक जनवरी शाम को आयोजित हास्य कार्यक्रम को लेकर भाजपा के एक विधायक के बेटे ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया था कि कार्यक्रम में हिंदू-देवी देवताओं और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई । इसके बाद पुलिस ने मामले में फारूकी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के बाद उन्हें छह फरवरी की रात इंदौर सेंट्रल जेल से रिहा किया गया था। एक संयुक्त बयान जारी करते हुए 100 से अधिक कलाकारों ने फारूकी, नलिन यादव, प्रखर व्यास, एडविन एंथोनी और सदाकत खान के खिलाफ सभी आरोपों को खारिज करने की मांग की है।
यह रेखांकित करते हुए कि यह मामला भारत में स्वतंत्रा और अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकारों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करता है, उन्होंने कहा कि फारूकी को हिरासत में लिया जाना या गिरफ्तार करना, वर्तमान में देश में अभिव्यक्ति की आजादी की खराब सुरक्षा का संकेत देता है। भारत में प्रत्येक नागरिक को उचित सीमाओं के साथ बोलने तथा विचार अभिव्यक्त करने का अधिकार है ।
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उन्होंने कहा, ‘‘ हालांकि, ऐसे कई उदाहरण है, जहां यह स्पष्ट था कि कलाकारों की ‘सेंसरशिप’ के तहत की गई गिरफ्तारी मनमाने तरीके से की गई पाई गई, जो कि देश में कलात्मक और रचनात्मक स्वतंत्रता के लिए काफी हानिकारक है। ’’
यह बयान भारतीय प्रवासी समूह ‘प्रोग्रेसिव इंडिया कलेक्टिव’ की अगुवाई में ‘पीईएन अमेरिकाज आर्टिस्ट ऐट रिस्क कनेक्शन‘, ‘फ्रीम्यूज़’ और ‘रीक्लेमिंग इंडिया’ के साथ मिलकर जारी किया गया।
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