भारत में डिज़ाइन किए गए AI सर्वर Adipoli का प्रदर्शन, मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की सराहना
भारत में बने AI सर्वर आदिपोली से नवाचार को बढ़ावा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत में डिज़ाइन किए गए AI सर्वर Adipoli का प्रदर्शन किया, जिसे VVDN टेक्नोलॉजीज ने विकसित किया है। 8 जीपीयू से लैस यह सर्वर भारत की उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स और AI की ताकत को दर्शाता है। मंत्री ने इसे मेक इन इंडिया पहल के लिए बड़ा कदम बताया और वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज की सराहना की।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत में डिज़ाइन किए गए एआई सर्वर Adipoli का प्रदर्शन किया, जिसे VVDN Technologies ने विकसित किया है। बता दें कि मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि AI सर्वर ‘आदिपोली’ 8 जीपीयू से लैस है और इसे पूरी तरह से भारत में डिज़ाइन किया गया है, जो उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स और AI देश की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। साथ ही वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज के प्रयासों की प्रशंसा की और लॉन्च को मेक इन इंडिया पहल के लिए एक बड़ा कदम बताया।
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह भी कहा कि भारत में बने इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद तेजी से विश्वसनीय और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बन रहे हैं। साथ ही बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा पर भारत का ध्यान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मान्यता प्राप्त कर रहा है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है और देश में नवाचार को बढ़ावा मिल रहा है। बता दें कि Adipoli को मानेसर में वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज ने डिजाइन किया है।
SMT लाइन का उद्घाटन
इस दौरान ग्लोबल इनोवेशन पार्क में मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक नई एसएमटी (सरफेस माउंट टेक्नोलॉजी) लाइन का उद्घाटन किया और कहा कि समय के साथ भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन में मजबूत क्षमताएं विकसित की हैं। इन क्षमताओं में अब ऑटोमोबाइल क्षेत्र, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, सिग्नलिंग और सुरक्षा प्रणालियों से संबंधित उत्पाद शामिल हैं। ऐसे उत्पादों का डिजाइन और निर्माण भारत में तेजी से हो रहा है, जो प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
छह गुना बढ़ा निर्यात
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जोर देकर कहा कि भारत की बढ़त इसकी डिजाइन प्रतिभा में शामिल है। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हमें कई अन्य देशों की तुलना में बड़ा लाभ मिलेगा, जिनके पास इतनी डिज़ाइन प्रतिभा नहीं है। पिछले दशक में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पाँच गुना बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया है, जबकि निर्यात छह गुना बढ़कर 3.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।