Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Petrol-Diesel Price : पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी का दौर जारी, पांच दिन में चौथी बार कीमतों में इजाफा

देश में एक लम्बे अंतराल के बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी का दौर शुरू हो गया। शनिवार को पेट्रोल और डीजल की कीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।

09:34 AM Mar 26, 2022 IST | Desk Team

देश में एक लम्बे अंतराल के बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी का दौर शुरू हो गया। शनिवार को पेट्रोल और डीजल की कीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।

देश में एक लम्बे अंतराल के बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी का दौर शुरू हो गया। शनिवार को पेट्रोल और डीजल की कीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। लगातार पांचवें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। तेल कंपनियां कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी का भार उपभोक्ताओं पर डाल रही हैं, जिसके चलते पिछले पांच दिन में चौथी बार कीमत में बढ़ोतरी की गई है। 
Advertisement
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 97.81 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 98.61 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.07 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 89.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है। पेट्रोल तथा डीजल की कीमत साढ़े चार महीने तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को 80 पैसे बढ़ाई गई थी। 

अनिल अंबानी ने रिलायंस पावर,रिलायंस इंफ्रा के डायरेक्टर पद से दिया इस्तीफा

इसके बाद से इनकी कीमतों में प्रति लीटर 80-80 पैसे की तीन बार बढ़ोतरी की गई। इन कुल चार बार में पेट्रोल और डीजल के दाम में कुल 3.20 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले चार नवंबर, 2021 से ही पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी हुई थीं। हालांकि, इस अवधि में कच्चे तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गई थी।
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पेट्रोल-डीजल के दामों में आई तेजी
विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल एवं डीजल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों ने कुछ दिन और इंतजार किया। ऐसा कहा जा रहा है कि अब पेट्रालियम विपणन कंपनियां अपने घाटे की भरपाई कर रही हैं। भारत अपनी तेल की जरूरत पूरी करने के लिए आयात पर 85 फीसदी निर्भर है।
Advertisement
Next Article