पितृ पक्ष 2022 : यहां जाने श्राद्ध की सही तिथियां,इस बार 14 दिन का पितृ पक्ष,इस विधि से करें पितृ पक्ष
पितृ पक्ष का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। शास्त्रों अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रमास की पूर्णिमा से आरंभ होकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलते हैं।
09:46 AM Aug 23, 2022 IST | Desk Team
पितृ पक्ष का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। शास्त्रों अनुसार श्राद्ध पक्ष भाद्रमास की पूर्णिमा से आरंभ होकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलते हैं। मान्यता है कि मृत्यु के देवता यमराज श्राद्ध पक्ष में पितरों को मुक्त कर देते हैं, ताकि वे स्वजनों के यहां जाकर तर्पण ग्रहण कर सकें। मान्यता है कि पितृ पक्ष में पूजा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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हिंदू पंचांग के अनुसार, पितृ पक्ष का आरंभ इस बार 10 सितंबर से माना जा रहा है। हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से पितृ पक्ष की शुरुआत मानी जाती है। इस साल यह तिथि 10 सितंबर से आरंभ होकर 25 सितंबर तक होगी। पितृ पक्ष का आरंभ भाद्रपद मास की पूर्णिमा से होता है और समापन आश्विन मास की अमावस्या पर होता है।इसके अगले दिन से नवरात्र का आरंभ हो जाता है। यानी कि नवरात्र इस साल 26 सितंबर से शुरू होंगे।
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पितृ पक्ष में कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है और ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष में खुशी का कोई भी कार्य करने से पितरों की आत्मा को कष्ट होता है। इस दौरान शादी, ब्याह मुंडन, गृह प्रवेश, अन्य शुभ कार्य या फिर कोई भी नई चीज खरीदना शास्त्रों में वर्जित माना गया है।
पितृ पक्ष में ब्रह्म भोज करवाया जाता है और पितरों के निमित्त दान-पुण्य किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष में श्राद्ध न करने से पितरों की आत्मा तृप्त नहीं होती है और उन्हें शांति नहीं मिलती है। पितृ तर्पण से प्रसन्न होकर पितर अपने परिजनों को सुखी और संपन्न रहने का आशीर्वाद देते हैं।