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PM मोदी ने श्री महाकाल लोक राष्ट्र को किया समर्पित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नंदी द्वार पर पहुंचकर महाकाल लोक का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने रिमोट से रक्षासूत्र से बनाए गए शिवलिंग का पर्दा हटाया

11:27 PM Oct 11, 2022 IST | Shera Rajput

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नंदी द्वार पर पहुंचकर महाकाल लोक का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने रिमोट से रक्षासूत्र से बनाए गए शिवलिंग का पर्दा हटाया

भोपाल (मनीष शर्मा) :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नंदी द्वार पर पहुंचकर महाकाल लोक का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने रिमोट से रक्षासूत्र से बनाए गए शिवलिंग का पर्दा हटाया। रंगारंग कार्यक्रमों के बीच प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूरे महाकाल लोग का भ्रमण किया तथा बारीकी से आध्यात्मिक देवी देवताओं का चित्रण करती हुई नक्काशी को देखा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। श्री चौहान महाकाल लोक के भ्रमण के समय श्री मोदी को गाइड के रूप में पूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे थे।
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इसके बीद पीएम मोदी, राज्यपाल, सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ वाहन में बैठे और महाकाल लोक के भ्रमण के साथ विभिन्न कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए पहुंचे।
▪️महाकाल लोक
900 मीटर से अधिक लंबा ‘महाकाल लोक’ गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों और फैला हुआ है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र के पुनर्विकास की परियोजना के तहत रुद्र सागर झील को पुनर्जीवित किया गया है। महाकाल लोक में 108 विशाल स्तंभ बनाए गए हैं। इन पर महादेव, पार्वती समेत उनके पूरे परिवार के चित्र उकेरे गए हैं। ये चित्र देखने में बिलकुल मूर्तियों की तरह ही हैं जिनमें शिव, पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की लीलाओं का वर्णन है। महाकाल की ये नगरी अध्यात्म और आधुनिकता का मिश्रण होगी।
यहां हर एक प्रतिमा के सामने एक बारकोड लगाया है जिसे स्कैन करते ही भगवान शिव की कहानी बता रही प्रतिमा की संपूर्ण जानकारी आपके मोबाइल स्क्रीन पर आ जाएगी। इसका मकसद नई पीढ़ी को प्राचीन इतिहास और कथाओं की जानकारी देना है।
परियोजना के दूसरे चरण में एक ‘शिखर दर्शन’ का निर्माण किया जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर के पास स्थित एक पुरानी इमारत ‘महाराजवाड़ा’ में एक प्राचीन धर्मशाला स्थापित करने पर भी काम कर रहे हैं। यह इमारत लगभग 100 साल पुरानी है। मंदिर के नज़दीकी यह बेहद अद्भुत नजर आती है। इसके सामने साढ़े पांच एकड़ का एक खुला स्थान है, जहां ‘चिंतन वन’, ‘अनुभूति वन’ और ध्यान केंद्र जैसी सुविधाएं तैयार की जाएंगी 
▪️900 मीटर से अधिक लंबा कॉरिडोर 
 
‘महाकाल लोक’ भारत में सबसे बड़े ऐसे कॉरिडोर में से एक है, जो पुरानी रुद्रसागर झील के चारों ओर है, जिसे प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर (12 ‘ज्योतिर्लिंगों’ में से एक) के आसपास पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में भी पुनर्जीवित किया गया है. राजसी द्वार – नंदी द्वार और पिनाकी द्वार, गलियारे के शुरुआती बिंदु के पास बनाए गए हैं, जो प्राचीन मंदिर का प्रवेश द्वार और रास्ते में सौंदर्य के दृश्य प्रस्तुत करता है।
 उल्लेखनीय है कि देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक यहां महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित है और यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
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