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मन की बात में PM मोदी बोले 1000 वर्ष पुरानी पद्मपाणि प्रतिमा को वापस लाना सुखद क्षण :विकास

भाजपा के वरिष्ठ नेता विकास प्रसाद सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा उद्बोधित मन की बात कागेश्वर पंचायत के शोभाखन महादलित मुहल्ले में कार्यकर्ता व ग्रामीणों के साथ सुनी।

04:01 PM Feb 27, 2022 IST | Desk Team

भाजपा के वरिष्ठ नेता विकास प्रसाद सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा उद्बोधित मन की बात कागेश्वर पंचायत के शोभाखन महादलित मुहल्ले में कार्यकर्ता व ग्रामीणों के साथ सुनी।

भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला पार्षद विकास प्रसाद सिंह ने आज विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता व देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा उद्बोधित मन की बात कागेश्वर पंचायत के शोभाखन महादलित मुहल्ले में कार्यकर्ता व ग्रामीणों के साथ सुनी। 
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विकास ने बताया कि आज के मन की बात में मोदी जी ने कहा कि वर्ष 2013 तक पुरानी जो हज़ारों वर्ष पहले चोरी होकर विदेश जा चुकी थी उसमें से मात्र 13 प्रतिमाएं भारत आई थीं, लेकिन पिछले 7 वर्षों में भारत ने 200 से ज्यादा बहुमूल्य प्रतिमाओं को सफलतापूर्वक वापस लाया गया है, जिस पर देशवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे है। 
मोदी जी ने कहा हमें गर्व से अपनी मातृभाषा में बोलना चाहिए :विकास
भाजपा नेता सिंह ने बताए कि आज की मन की बात में प्रधानमंत्री जी ने पिछले सात वर्षों में देश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार पर बहुत ध्यान दिया गया है उसकी भी चर्चा विस्तार से किये है। उन्होंने कहा कि भारत में आप जहां भी जाएंगे, आप पाएंगे कि स्वच्छता की दिशा में कुछ न कुछ प्रयास हो रहा है। देश की आधी आवादी की चर्चा करते हुए कहा कि आज पंचायत से लेकर संसद तक हमारे देश की महिलाएं नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। 
मन की बात में मोदीजी ने कहा मातृभाषा हमारे जीवन को हमारी मां की तरह गढ़ती है :विकास
भाजपा नेता विकास ने आगे कहा कि प्रधानसेवक नरेन्द्र मोदी जी ने आज की मन की बात में बताए कि आजादी के 75 साल बाद भी कुछ लोग ऐसे मानसिक द्वन्द में जी रहे हैं जिसके कारण उन्हें अपनी भाषा, अपने पहनावे, अपने खान-पान को लेकर एक संकोच होता है, जबकि, विश्व में कहीं और ऐसा नहीं है। हमारी मातृभाषा है, हमें उसे गर्व के साथ बोलना चाहिए | और, हमारा भारत तो भाषाओं के मामले में इतना समृद्ध है कि उसकी तुलना ही नहीं हो सकती।  हमारी भाषाओं की सबसे बड़ी खूबसूरती ये है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक, कच्छ से कोहिमा तक सैकड़ों भाषाएं, हजारों बोलियां एक दूसरे से अलग लेकिन एक दूसरे में रची-बसी हुई हैं – भाषा अनेक, भाव एक। 
मन की बात कार्यक्रम में पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नरेंद्र सिंह, किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य उदय नारायण सिंह, बालमुकुंद सिंह, बिरेन्द्र शर्मा, पंचानन पाण्डेय, लालजीत सिंह, रोहित सिंह, सुबोध सिंह, पंचू मांझी, कपिल मांझी, दिवाकर मांझी, रामविलास मांझी सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल हुए। 
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