केरल में 2 मई को PM मोदी करेंगे विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन
विझिनजाम बंदरगाह से केरल की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मई को केरल के तिरुवनंतपुरम के पास विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन करेंगे। यह भारत का पहला अर्ध-स्वचालित ट्रांस-शिपमेंट बंदरगाह है और इसका विकास केरल की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देगा। विझिनजाम बंदरगाह भारत में पहली ग्रीनफील्ड बंदरगाह परियोजना है, जिसे राज्य सरकार ने 18,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ शुरू किया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मई को केरल के तिरुवनंतपुरम के पास एक समुद्री परियोजना विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि विझिनजाम भारत का पहला अर्ध-स्वचालित ट्रांस-शिपमेंट बंदरगाह है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि वाणिज्यिक लॉन्च के बाद से 265 जहाजों और 5.48 लाख टीईयू के साथ, वैश्विक समुद्री व्यापार मानचित्र पर केरल के उदय को दर्शाता है। विझिनजाम भारत का पहला सही मायने में गहरे पानी का अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल है।
Vizhinjam International Seaport, India’s first semi-automated transshipment port, will be dedicated to the nation by Hon’ble PM @narendramodi on May 2. With 265 ships and 5.48 lakh TEUs handled since commercial launch, @PortVizhinjam marks Kerala’s rise on the global maritime… pic.twitter.com/lWhGsf6sCM
— Pinarayi Vijayan (@pinarayivijayan) April 18, 2025
शिपिंग और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल का बयान
बता दें कि जुलाई 2024 में, केंद्रीय बंदरगाह, शिपिंग और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पहला मदर शिप, एमवी सैन फर्नांडो प्राप्त किया, जो विझिनजाम में भारत के पहले गहरे पानी के कंटेनर ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह पर परिचालन की शुरुआत को दर्शाता है। इस दौरान मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि यह ‘मेक इन इंडिया’ के विजन का प्रमाण है, जहां केरल सरकार, केंद्र और अदानी पोर्ट SEZ के बीच पीपीपी सहयोग ने भारत के समुद्री क्षेत्र के विकास के लिए एक अद्भुत संपत्ति बनाई है।
समुद्री व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र
विझिनजाम बंदरगाह भारत में पहली ग्रीनफील्ड बंदरगाह परियोजना है, जिसे राज्य सरकार ने 18,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ शुरू किया है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों के पास विझिनजाम का रणनीतिक स्थान जहाजों के लिए पारगमन समय को काफी कम कर देता है, जिससे यह समुद्री व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाता है। भारत के कुछ प्राकृतिक गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक के रूप में, यह बड़े मालवाहक और कंटेनर जहाजों को कुशलतापूर्वक समायोजित कर सकता है। विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह का विकास रोजगार के अवसर, व्यापार को बढ़ाने और निवेश को आकर्षित करके केरल की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
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2015 में रियायत समझौते पर सहमति
केरल सरकार और अडानी विझिनजाम पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2015 में रियायत समझौते पर सहमति के बाद यह परियोजना एपीएसईजेड को आवंटित की गई थी। अडानी समूह के पास पश्चिमी तट पर सात रणनीतिक रूप से स्थित बंदरगाह और टर्मिनल हैं और पूर्वी तट पर आठ बंदरगाह और टर्मिनल हैं, जो देश के कुल बंदरगाह मात्रा का 27 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं।