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खजुराहो में केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना की आधारशिला रखेंगे PM मोदी

25 दिसंबर को खजुराहो दौरे पर PM मोदी, रखेंगे परियोजना की नींव

06:42 AM Dec 24, 2024 IST | Vikas Julana

25 दिसंबर को खजुराहो दौरे पर PM मोदी, रखेंगे परियोजना की नींव

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को छतरपुर जिले के खजुराहो का दौरा करेंगे और केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना की आधारशिला रखेंगे, जो बुंदेलखंड क्षेत्र की तकदीर बदल देगी। मुख्यमंत्री यादव ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि केन-बेतवा लिंक परियोजना केंद्र सरकार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच सहयोग और समन्वय का एक अनूठा उदाहरण है और प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो अभियान के सपने को साकार करने की पहल की।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुउद्देशीय और महत्वाकांक्षी केन-बेतवा लिंक परियोजना मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र की सूरत और तकदीर बदल देगी। इस परियोजना से किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगा तथा उन्हें पीने और औद्योगिक उपयोग के लिए भी पर्याप्त पानी मिलेगा। क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

सूखा प्रभावित बुंदेलखंड क्षेत्र में भूजल की स्थिति में भी सुधार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना भूमिगत दबावयुक्त पाइप सिंचाई प्रणाली को अपनाने वाली देश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है। यह परियोजना मध्य प्रदेश के छतरपुर और पन्ना जिलों में केन नदी पर बनाई जा रही है।

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परियोजना के अंतर्गत पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचा और 2.13 किलोमीटर लंबा दौधन बांध और 2 सुरंगों (ऊपरी स्तर 1.9 किलोमीटर और निचला स्तर 1.1 किलोमीटर) का निर्माण किया जाएगा जिससे बांध में 2,853 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी संग्रहित किया जाएगा।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि केन नदी पर दौधन बांध से 221 किलोमीटर लंबी लिंक नहर के माध्यम से केन नदी का अधिशेष पानी बेतवा नदी में स्थानांतरित किया जाएगा, जिससे दोनों राज्यों में सिंचाई और पेयजल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। परियोजना से दबावयुक्त सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के माध्यम से पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, रायसेन, विदिशा, शिवपुरी और दतिया सहित 10 जिलों के 2 हजार गांवों में 8.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा सकेगी।

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