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लोकसभा में पीएम का विपक्ष पर तंज : जाति की राजनीति करना अब बन चुका है फैशन

पीएम मोदी ने कहा कि हम नहीं करते जहर की राजनीति, कुछ लोगों के लिए जाति की बात करना…

06:17 AM Feb 04, 2025 IST | Shera Rajput

पीएम मोदी ने कहा कि हम नहीं करते जहर की राजनीति, कुछ लोगों के लिए जाति की बात करना…

लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए ओबीसी और अन्य मुद्दों पर तीखी टिप्पणी की।

हमारी सरकार ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया – प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजकल कुछ लोगों के लिए जाति पर बात करना केवल एक फैशन बन गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 30 वर्षों से ओबीसी समुदाय से जुड़े सांसद लगातार यह मांग कर रहे थे कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए। हमारी सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा किया और ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया।

उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार ने एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को अधिकतम अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम किया है। पिछड़ा वर्ग आयोग आज संवैधानिक व्यवस्था बन गया। हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया है कि एससी, एसटी और ओबीसी को हर क्षेत्र में अधिकतम अवसर मिले।

हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं – प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी देश में एनडीए की सरकार रही, हमने लंबे विजन के साथ काम किया है। पता नहीं देश बांटने के लिए कैसी भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। जब सत्ता सेवा बन जाए तो राष्ट्र निर्माण होता है। जब सत्ता को विरासत बना दिया जाए, तब लोकतंत्र खत्म हो जाता है। हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार पटेल का दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू बनाते हैं। उनका स्मरण करते हैं। वो जनसंघ के नहीं थे।

संविधान में जो धाराएं हैं, उसके साथ-साथ संविधान की एक आत्मा भी है – पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा कि संविधान में जो धाराएं हैं, उसके साथ-साथ संविधान की एक आत्मा भी है। संविधान को मजबूती देने के लिए उसकी भावना को जीना पड़ता है। इसे मैं आज उदाहरण के साथ बताऊंगा। हमारे यहां परंपरा है कि राष्ट्रपति के संबोधन पर सरकार का ब्यौरा होता है। ऐसे ही गवर्नर राज्य के काम का ब्यौरा देते हैं। जब मैं सीएम था, गुजरात के गठन के 50 साल हुए थे। हमने एक निर्णय किया कि इस गोल्डन जुबली ईयर में जितने भी गवर्नर के भाषण हुए, सबको एक पुस्तक के रूप में तैयार किया जाए। आज सभी लाइब्रेरी में वो ग्रंथ है। मैं तो भाजपा वाला था, गुजरात में ज्यादातर कांग्रेस की सरकारें थीं, उसे भी प्रसिद्ध कराने का काम भाजपा का मुख्यमंत्री कर रहा था। हम संविधान को समर्पित हैं, उसे जीना जानते हैं, उसकी आत्मा को समझते हैं।

देश का दुर्भाग्य है कि आज कल कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा खुलेआम बोल रहे हैं – पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने पीएम म्यूजियम बनाया और देश के पहले पीएम से लेकर मेरे पूर्व तक के सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन को और उनके कार्यों को बताया गया है। ये होती है संविधान की भावना। हम संविधान को सर्वोपरि रखते हैं, जहर की राजनीति नहीं करते हैं। हम स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाते हैं। ये देश का दुर्भाग्य है कि आज कल कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा खुलेआम बोल रहे हैं। ये अर्बन नक्सल की भाषा बोलने वाले न संविधान को समझ सकते हैं और न देश की एकता को समझ सकते हैं। सात दशक तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को संविधान के अधिकारों से वंचित रखा गया। ये अन्याय है। हमने आर्टिकल 370 की दीवार गिरा दी।

जब भी देश में एनडीए की सरकार रही, हमने लंबे विजन के साथ काम किया -पीएम मोदी

संविधान भेदभाव का अधिकार नहीं देता। जो संविधान को जेब में लेकर घूमते हैं, उन्होंने मुस्लिम बेटियों को कैसी स्थिति में जीने को मजबूर कर दिया था। हमने उन बेटियों को समानता का अधिकार दिया। जब भी देश में एनडीए की सरकार रही, हमने लंबे विजन के साथ काम किया है। पता नहीं देश को बांटने के लिए कैसी भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन हमारी सोच इनसे अलग है।

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