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घरेलू कंपनियों को प्रोत्साहित करने के उपाय टटोल रहा नीति आयोग

नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा आयोग और घरेलू कंपनियों को दुनिया में शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियां बनाने के लिये प्रोत्साहित करने को लेकर उपाय टटोल रहा है।

12:27 PM Nov 27, 2018 IST | Desk Team

नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा आयोग और घरेलू कंपनियों को दुनिया में शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियां बनाने के लिये प्रोत्साहित करने को लेकर उपाय टटोल रहा है।

नई दिल्ली : नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि आयोग और घरेलू कंपनियों को दुनिया में शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियां बनाने के लिये प्रोत्साहित करने को लेकर उपाय टटोल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देश में कारोबार सुगमता में सुधार के लिये काम कर रही है।

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कुमार ने कहा कि आयोग भारतीय कंपनियों के वैश्विक आकार लेने के रास्ते में बाधाओं को पहचानने की कोशिश कर रहा है। नीति आयोग पहले ही इस संदर्भ में उद्योग निकायों तथा शीर्ष उद्योगपतियों के साथ प्रारंभिक बैठकें कर चुका है ताकि भारतीय कंपनियों के विकास के रास्ते में आने वाली बाधाओं को पहचाना जा सके।

उन्होंने कहा कि आप अलीबाबा, तेमासेक या बायडू जैसी कंपनियों को देख सकते हैं जो दुनिया में बड़ी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। फार्चुन की दुनिया की शीर्ष 500 कंपनियों की ताजा सूची में केवल सात भारतीय कंपनियां इसमें जगह बना पायी हैं। इंडियन आयल कारपोरेशन जहां 137वें स्थान पर है वहीं मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली आरआईएल 148वें, आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन 197वें तथा एसबीआई 216वें पायदान पर है।

सूची में अमेरिका की वालमार्ट शीर्ष पर है। उसके बाद क्रमश: स्टेट ग्रिड कारपोरेशन आफ चाइना तथा चाइना नेशनल पेट्रोलियम का स्थान था। कुमार ने कहा कि शीर्ष वैश्विक एमएनसी की सूची में भारतीय कंपनियों की प्रमुखता से होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारत ने थेड़े समय में कारोबार सुगमता रैंकिंग में जो उल्लेखनीय सुधार किया है, उसे देखते हुए यह कोई बड़ी बात नहीं है। सूची में 132 कंपनियों के साथ अमेरिका शीर्ष पर है। उसके बाद चीन का स्थान है जिसकी 109 कंपनियां सूची में हैं।

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