यूपी में बोर्ड परीक्षा की कड़ी तैयारी, पेपर लीक करने की कोशिश करने वाले जाएंगे जेल
22 फरवरी से प्रदेश में शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षाओं को नकल विहीन और शुचिता के साथ संपन्न कराने के लिए सरकार ने कड़े प्रबंध किए हैं। वॉट्सएप से लेकर सोशल मीडिया तक अराजक तत्वों पर नजर रखी जा रही है। किसी विषय की परीक्षा समाप्त होने से पूर्व यदि उस विषय का कोई प्रश्न-पत्र या उसके किसी भाग को वाट्सएप या सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से संचारित करने का प्रयास किया जाता है तो कानून की सुसंगत धाराओं के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
Highlights
- यूपी में बोर्ड परीक्षा की कड़ी तैयारी
- पेपर लीक करने की कोशिश करने वाले जाएंगे जेल
- व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में पंजीकृत
संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षा आयोजित की
प्रदेश के 8,265 परीक्षा केंद्रों पर 22 फरवरी से 9 मार्च के बीच हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट की संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षा आयोजित की जा रही है। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने बुधवार को लोकभवन के सभागार में बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में बोर्ड परीक्षाएं कुल 12 कार्य दिवसों में संपन्न होगी। वर्ष 2017 से पहले इन परीक्षाओं को संपन्न कराने में एक माह से भी अधिक समय लगता था। बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल के 15,71,184 छात्र तथा 13,76,127 छात्राएं (कुल 29,47,311) एवं इंटरमीडिएट के 14,28,323 छात्र तथा 11,49,676 छात्राएं (कुल 25,77,997) सम्मिलित होंगे। कुल 55,25,308 परीक्षार्थियों में से 53,60,745 संस्थागत एवं 1,64,563 व्यक्तिगत परीक्षार्थी हैं।
व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में पंजीकृत
उन्होंने बताया कि नकल पर प्रभावी रोकथाम के कारण वर्ष 2024 में 1,64,563 छात्र/छात्राएं व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में पंजीकृत हुए हैं। 2017 में यह संख्या 3,53,106 थी। इसके अंतर्गत अन्य प्रदेशों से 2017 में पंजीकरण कराने वाले 1,50,209 परीक्षार्थियों के स्थान पर वर्ष 2024 में अन्य प्रदेशों व अन्य बोर्डों के परीक्षार्थियों की संख्या भी मात्र 4,905 रह गई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार द्वारा परीक्षा केंद्रों का निर्धारण, उनकी धारण क्षमताओं का पूर्ण उपयोग करते हुए सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन कराया गया। बोर्ड परीक्षा को शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन कराने के लिए विगत वर्षों में अपनाई गई प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया गया है। राज्य स्तर पर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ के साथ-साथ विद्या समीक्षा केंद्र लखनऊ और परिषद मुख्यालय, प्रयागराज और 5 क्षेत्रीय कार्यालयों में भी कमांड एवं कंट्रोल सेंटर स्थापित किए गए हैं, जिनसे प्रदेश के समस्त परीक्षा केंद्रों एवं जनपद स्तरीय कंट्रोल एवं मॉनिटरिंग सेंटर की लाइव मॉनीटरिंग की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि परीक्षार्थियों एवं जनसामान्य की शिकायतों का त्वरित निवारण करने के लिए दो हेल्पलाइन नंबर (1800 180 6607/8) तथा परीक्षार्थियों की जिज्ञासाओं के समाधान और मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए दो हेल्पलाइन नंबर (1800 180 5310/12) भी स्थापित किए गए हैं।
जनपद स्तर पर भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
इसी प्रकार जनपद स्तर पर भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, हेल्पलाइन और अन्य व्यवस्थाएं कराई गई हैं। इनके माध्यम से जनपद के समस्त परीक्षा केंद्रों की लाइव मॉनीटरिंग की जाएगी। जनपदीय कंट्रोल सेंटर को संचालित करने के लिए जिलाधिकारी द्वारा नामित प्रशासनिक अधिकारी को तैनात किया गया है। बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक एवं अन्य कार्यों के संपादन के लिए लगाई गई ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले कार्मिकों के विरुद्ध भी सुसंगत नियमों के तहत कार्रवाई की व्यवस्था की जा रही है। प्रश्नपत्रों को खोलने की कार्रवाई सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में की जाएगी तथा संकलन केंद्रों एवं स्ट्रांग रूम पर 24 घंटे निगरानी के लिए सशस्त्र बल एवं लाइव सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गई है। स्ट्रांग रूम का प्रातः कालीन सचल दल द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों के आसपास 100 मीटर की परिधि में और आवश्यकता पड़ने पर उसके बाहर भी जिला प्रशासन को दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत धारा-144 लागू करने सहित अन्य सभी एहतियाती उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।
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