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Prajwal Revanna sexual abuse case: पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने प्रज्वल मामले में की सीबीआई जांच की मांग 'SIT नहीं कर रही है निष्पक्ष जांच'

12:35 AM May 10, 2024 IST | Shivam Kumar Jha

जनता दल (सेक्युलर) के प्रदेश अध्यक्ष एच.डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व में नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को बेंगलुरु के राजभवन में राज्यपाल थावरचंद गहलोत को एक याचिका सौंपी। इस याचिका में जनता दल (सेक्युलर) के प्रतिनिधिमंडल ने हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े यौन शोषण मामले में राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मामले की जांच को एसआईटी से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने की मांग की। इसके अलावा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार को कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग की। इस याचिका में ये दावा किया गया कि प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े यौन शोषण मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) पारदर्शी जांच नहीं कर रही है।

दरसल, हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित यौन शोषण मामले की जांच के लिए कर्नाटक सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) पर "मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के इशारे पर काम करने" का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मांग की है कि अगर उनका ध्यान पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने पर है तो जांच सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए।

इस याचिका में शिवकुमार को अश्लील वीडियो वाले पेन ड्राइव के वितरण में मास्टरमाइंड बताया गया है, साथ ही ये भी कहा गया है कि वो हसन में सार्वजनिक स्थानों पर 25,000 पेन ड्राइव को बांटने में भी शामिल है। इसलिए उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। इस याचिका में एसआईटी जांच वस्तुनिष्ठ नहीं है ऐसा दावा किया गया है और पूरे घोटाले को भटकाने के संकेत दे रही है।

इसके अलावा इस पेटिशन में ये भी कहा गया कि “कार ड्राइवर कार्तिक ने श्री प्रज्वल रेवन्ना के फोन से तस्वीरें चुरा ली थीं और इन तस्वीरों को कार्तिक ने हर जगह फैला दिया। इसके बाद कार्तिक ने उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की। और अभी तक कार्तिक की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पेन ड्राइव के हर जगह फ़ैलाने को लेकर नवीन गौड़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन एसआईटी ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।

याचिका में कहा गया है कि वीडियो जारी होने से पीड़ित महिलाओं को नुकसान हुआ है, जो परेशान हैं। “एसआईटी पूर्व-निर्धारित धारणा के साथ जांच कर रही है। भाजपा नेता देवराजे गौड़ा और श्री शिवकुमार के बीच हुई बातचीत में पेन ड्राइव वितरण के पीछे की साजिश सामने आई है। एसआईटी पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा की छवि खराब करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और श्री शिवकुमार के इशारे पर काम कर रही है।

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