UP में फिर आंदोलन, UPPSC के खिलाफ प्रयागराज में इकट्ठा हुई छात्रों की भारी भीड़ , जानें क्या है प्रोटेस्ट की वजह?
Prayagraj student Protest: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी आयोग के गेट के बाहर इकट्ठा हो गए हैं। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन और पुलिस पूरी तरह सतर्क है। आयोग परिसर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और बैरिकेडिंग भी की गई है।
Prayagraj Student Protest: RO-ARO और PCS परीक्षा को लेकर नाराजगी
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि आरओ-एआरओ मुख्य परीक्षा के कटऑफ और प्राप्तांकों को लेकर कई सवाल हैं। इसके साथ ही पीसीएस प्री 2025 परीक्षा के परिणाम में केवल सीमित संख्या में अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। छात्र मांग कर रहे हैं कि नियमों के अनुसार 15 गुना अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया जाए। इन्हीं मुद्दों को लेकर छात्रों ने आयोग के खिलाफ बड़े आंदोलन का ऐलान किया है।
UPPSC Student Protest: आयोग के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
छात्रों की भीड़ और संभावित तनाव को देखते हुए प्रशासन ने आयोग के आसपास के पूरे इलाके को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो। प्रशासन का प्रयास है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से चलता रहे और किसी तरह की हिंसा न हो।
Prayagraj News: मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। छात्रों का आरोप है कि आयोग की कार्यप्रणाली पारदर्शी नहीं है, जिससे उन्हें बार-बार नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे सड़कों पर उतरेंगे।
UP News: अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें क्या हैं?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह आंदोलन प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के नेतृत्व में हो रहा है। यह विरोध हाल ही में घोषित पीसीएस-2024 प्रारंभिक परीक्षा और आरओ-एआरओ 2023 प्रारंभिक परीक्षा के परिणामों को लेकर किया जा रहा है। छात्रों की मुख्य मांग है कि आयोग अंतिम परिणाम जारी करने के बाद भी फाइनल आंसर-की सार्वजनिक करे, ताकि उम्मीदवार अपने उत्तरों की सही जांच कर सकें।
कटऑफ और अंक सार्वजनिक करने की मांग
छात्रों का कहना है कि कई वर्गों के कटऑफ अंक अब तक जारी नहीं किए गए हैं। इसके कारण अभ्यर्थियों में भ्रम और निराशा का माहौल है। उनकी मांग है कि आयोग सभी सफल और असफल उम्मीदवारों के अंक तुरंत सार्वजनिक करे। छात्रों का आरोप है कि जरूरी जानकारियां छिपाना आयोग की मनमानी को दर्शाता है।
आंदोलन को लेकर छात्रों की अपील
संयुक्त प्रतियोगी छात्र हुंकार मंच के संयोजक पंकज पांडेय ने कहा है कि आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा। उन्होंने साफ किया कि अगर आंदोलन में राजनीति या हिंसा का प्रवेश हुआ तो इसे स्थगित कर दिया जाएगा। वहीं छात्रों का कहना है कि अभी कुछ परीक्षाएं चल रही हैं, जैसे-जैसे परीक्षाएं खत्म होंगी, वैसे-वैसे आंदोलन में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या और बढ़ेगी।
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