लव या अरेंज्ड मैरिज के बाद रिश्ते में दरार आने से पहले मान लें प्रेमानंद महाराज की ये 5 बातें, कभी नहीं टूटेगा रिश्ता
Premanand Ji Maharaj on Relationship: प्रेमानंद महाराज वृन्दावन के एक जाने-माने आध्यात्मिक गुरु हैं, जो लोगों को प्रेम, भक्ति और सच्चे जीवन के मार्ग बताते हैं। प्रेमानंद जी महाराज वो जीवन के प्रति भी प्रेमानंद जी के विचार काफी स्पष्ट और सरल हैं। महाराज जी के विचार कई लोगों को प्रभावित करते हैं, देश के बड़े-बड़े सेलिब्रिटी भी उनके सत्संग में नजर आते हैं।
रोजाना कई श्रद्धालु प्रेमानंद जी महाराज से मिलने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए वृंदावन के उनके आश्रम पहुंचते हैं। सोशल मीडिया पर भी महाराज जी के प्रवचन सुनने वाले बहुत लोग हैं। अगर व्यक्ति प्रेमानंद जी द्वारा बताई गई बातों को अमल कर ले तो वह जीवन में सफलता को प्राप्त कर सकता है। इस लेख में हम आपको प्रेमानंद महाराज के कुछ अनमोल विचार बताएंगे, जोआपके जीवन के डर को दूर करने में मदद करेंगे और आपको आत्मिक शक्ति देंगे।
Premanand Ji Maharaj on Relationship: लव मैरिज पर बोले प्रेमानंद महाराज
शादी दो लोगों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलनसार रिश्ता है। इसलिए शादी करते समय लोग बहुत सोच-विचार करते हैं, क्योंकि एक बार गलत रिश्ता जुड़ गया तो उससे निकलना इतना आसान नहीं होता है। लेकिन जब कोई लव मैरिज करता है, तो वह प्यार के सामने सबकुछ भूल जाता है। प्यार में डूबे होने की वजह से अक्सर लोगों के सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है। फिर ऐसा समय आता है, जब रिश्ते में केवल लड़ाई-झगड़े और क्लेश ही रह जाते हैं। ऐसे में प्रेमानंद जी महाराज ने कुछ ऐसी सलाह दी है, जो कि लव मैरिज के साथ-साथ अरेंज्ड मैरिज वाले लोगों के लिए भी काफी जरूरी है।
Premanand Ji Maharaj Relationship Advice: प्रेमानंद जी ने दी कपल्स को सलाह
शारीरिक आकर्षण को न दें महत्व
प्रेमानंद महाराज जी का कहना है कि जब लोग लव मैरिज करते हैं, तो उन्हें शारीरिक आकर्षण पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। क्योंकि यह आकर्षण एक समय बाद खत्म हो जाता है और फिर बात रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाती है। रिश्ते को लंबा चलाना चाहते हैं, तो इसमें शारीरिक आकर्षण नहीं, बल्कि प्यार होना चाहिए।
परिवार की सहमति है जरूरी
लव मैरिज करते समय घर वालों की सलाह जरूर लें। सिर्फ अपनी भावनाओं को ही महत्व न दें, बल्कि दोनों परिवारों की सहमति जरूर लें। प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि पेरेंट्स से अपना रिश्ता छिपाने की बजाय उनकी सहमति और सलाह जरूर लें। तभी रिश्ता मजबूत बनेगा।
शादी के पहले पवित्रता
प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि शादी से पहले लोगों को मर्यादा व पवित्रता का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है. अगर आप मर्यादा को तोड़ते हैं, तो इससे रिश्ता इतना मजबूत नहीं होता है। विवाह से पहले ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
पार्टनर पर रखें भरोसा
प्रेमानंद जी महाराज आज के युवा पीढ़ी को अपने पार्टनर के प्रति भरोसा व विश्वास रखने की सलाह देते हैं। क्योंकि जिस रिश्ते में भरोसा होता है, वह मुश्किल में एक-दूसरे का साथ देते हैं।
अतीत को भूलने का सलाह
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए अपने अतीत को भूलना बेहद जरूरी है। क्योंकि अतीत के बारे में बात करके या उसे याद करके नए रिश्ते खराब होते हैं, इसलिए इस बारे में कोई बात नहीं करनी चाहिए। और अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए अपने अतीत से आगे बढ़ जाना चाहिए।
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